दिल्ली की लपटें राजस्थान तक: ’आप’ राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन
जयपुर में आप कार्यकर्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यालय की तरफ कूच किया तो पुलिस ने आप के कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया।
जयपुर | दिल्ली में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ छिड़ी विरोध की आग अब राजस्थान तक पहुंच चुकी है।
प्रदेश में राजधानी जयपुर समेत सभी जिलों में ’आप’ पार्टी के नेता प्रदर्शन पर उतर आए हैं।
गुरूवार को जयपुर में आप कार्यकर्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यालय की तरफ कूच किया तो पुलिस ने आप के कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया।
इसी दौरान आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई तो पुलिस आप कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर विद्याधर नगर थाने ले गई। जहां से थोड़ी देर बाद उनको छोड़ दिया गया।
राष्ट्रपति के नाम एडीएम को ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ बोलने और अडानी को लेकर लगातार पीएम मोदी के खिलाफ आवाज़ उठाने की वजह से केंद्र सरकार संजय सिंह की आवाज़ दबाने का प्रयास कर रही है।
संजय सिंह आम आदमी पार्टी के मज़बूत इरादों वाले सिपाही हैं जो केंद्र की मोदी सरकार के सामने न तो झुके हैं और न ही झुकेंगे।
उन्होंने कहा कि अजित पवार, हिमंता बिस्वा सरमा समेत तमाम भ्रष्ट नेताओं को अपने दल में समेटे हुए बीजेपी आम आदमी पार्टी के ईमानदार नेताओं पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाकर उन्हें परेशान कर रही है।
अगर मोदी जी सच में भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं तो फिर बताएं कि अभी तक बीजेपी के कितने बड़े नेताओं के घर पर ईडी और सीबीआई की रेड पड़ी है?
कितने भ्रष्ट नेताओ को बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया ?
केंद्र की मोदी सरकार के पास इन सवालों का जवाब नहीं है क्योंकि बीजेपी ने हमेशा भ्रष्टाचारियों को पनाह देने का काम किया है।
बीजेपी की चाल, चरित्र और चेहरा जनता के सामने आ चुका है इसीलिए केंद्र की मोदी सरकार आम आदमी पार्टी से घबराकर उनके नेताओं के खिलाफ लगातार षड्यंत्र रच रही है।
केंद्र की मोदी सरकार ये भूल रही है कि उनकी ये तानाशाही अब ज्यादा दिन नहीं चलेगी देश की जनता इतिहास की सबसे भ्रष्टतम मोदी सरकार और बीजेपी को इसका जवाब आगामी चुनावों में जरूरी देगी।