क्या बदलेंगे समीकरण: जयपुर की इस सीट पर भाजपा का हिंदुत्व खेला, कांग्रेस में माथापच्ची, महेश जोशी को टिकट देने से कतरा रही पार्टी
जयपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता है। इसके बावजूद भाजपा पिछले चुनाव में 10 सीटों में से सिर्फ 4 सीटें ही निकाल पाई थी। परकोटा क्षेत्र की तो तीनों ही सीटें हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर कांग्रेस के हाथ में चली गई थी।
जयपुर | राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जयपुर शहर के परकोटे की हवामहल सीट पर हिंदुत्व का बड़ा खेला खेला है।
प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर चल रहे बगावती तूफान के बावजूद भाजपा ने इस सीट से सुरेंद्र पारीक का टिकट काटते हुए अखिल भारतीय संत समिति के राजस्थान प्रमुख बालमुकुंद आचार्य (Balmukund Acharya) को टिकट दिया है।
बता दें कि सुरेंद्र पारीक ने इस सीट से पहली बार प्रत्याशी बनते हुए जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद दूसरे चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
जयपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता है। इसके बावजूद भाजपा पिछले चुनाव में 10 सीटों में से सिर्फ 4 सीटें ही निकाल पाई थी। परकोटा क्षेत्र की तो तीनों ही सीटें हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर कांग्रेस के हाथ में चली गई थी।
लेकिन अब भाजपा कोई बड़ी भूल कर इतिहास दोहराना नहीं चाहती है। ऐसे में भाजपा ने यहां से हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए हाथोज धाम महंत बालमुकुंद आचार्य को प्रत्याशी बनाकर उतारा है।
कांग्रेस में माथापच्ची, जोशी को टिकट देने से कतरा रही पार्टी
राजधानी की हवामहल सीट पर भाजपा ने तो हिंदूत्व कार्ड खेल लिया है, लेकिन इस सीट पर अभी तक कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर माथापच्ची जारी है।
यहां से वर्तमान विधायक व कैबिनेट मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) के टिकट पर अभी भी संकट के बादल छाए हुए हैं। सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो पार्टी आलाकमान जोशी का पत्ता काटना चाहते हैं, जबकि सीएम अशोक गहलोत जोशी को फिर से मैदान में देखना चाहते हैं।
हवामहल सीट को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है। ऐसे में यहां से एआईएमआईएम ने अपने प्रदेश अध्यक्ष जमील खान को मैदान में उतारा है।
वहीं अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी राजस्थान में लगातार अपने उम्मीदवार उतार रही है। आप ने भी यहां मुस्लिम चेहरे पप्पू कुरैशी पर दांव खेला है।