संजीवनी क्रेडिट को—आपरेटिव सोसायटी: CM गहलोत बोले मंत्री गजेन्द्रसिंह को चाहिए कि वह गिरफ्तारी दे, कहा उनके माता—पिता, पत्नी और साले का भी केस में नाम
इस पर गहलोत ने कहा कि सीबीआई तो गजेन्द्रसिंह और इन लोगों की जेब में है। गहलोत आगे बोले कि गजेंद्र सिंह को एसओजी के पास जाना चाहिए और कहना चाहिए कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए।
जयपुर | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत पर हमला बोलते हुए कहा है कि एसओजी की जांच में मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत पर जुर्म प्रमाणित हो रहा हैं। सीएम ने कहा कि शेखावत जनता को गुमराह कर रहे हैं। उनके माता—पिता, पत्नी और साले भी इसमें आरोपी है।
गहलोत ने कहा है कि संजीवनी सोसाइटी ने 1 लाख से अधिक पीड़ितों के जीवनकाल की जमा राशि को लूट लिया है, जिसमें 900 करोड़ रुपये से अधिक की रकम है। इस मामले में, संपत्ति को संलग्न करने के अधिकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ हैं न कि एसओजी के साथ। गहलोत ने दावा किया कि एसओजी ने पिछले दो वर्षों में पांच बार संजीवनी सोसाइटी से संबंधित संपत्तियों को संलग्न करने का आग्रह किया है। परन्तु ऐसा नहीं किया जा रहा है।
सीएम ने कहा "आप एक केंद्रीय मंत्री हैं, यदि आप निर्दोष हैं तो आप गरीबों के पैसे वापस करने के लिए आगे क्यों नहीं आते हैं? केंद्र सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और राजस्थान सरकार पूरी तरह से इसके साथ सहयोग करेगी।"
गहलोत का कहना है कि “मैं उनके शब्दों को सुनने के बाद भावुक हो गया और देखा कि उनकी मेहनत की कमाई कैसे चली गई। इस घोटाले में कई पीड़ितों के करोड़ों रुपये डूब गए हैं। मेरे पास सभी पीड़ितों की वीडियो रिकॉर्डिंग है जिसमें उनका दर्द साफ नजर आता है।”
अस्सी फीसदी राजपूत
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस मामले में करीब पचास आरोपी है, जिनमें गजेन्द्रसिंह के पिता, इनकी माता, पत्नी और साले भी शामिल है। हालांकि गजेन्द्रसिंह की माताजी का निधन हो गया है।
गहलोत ने कहा कि इनके ऊपर भयंकर आरोप हैं, प्रधानमंत्री ने ऐसे आदमी को मंत्री बना रखा है। सीएम ने कहा कि पीड़ितों में 80 परसेंट राजपूत हैं। मैंने भगवान सिंह रोलसाबसर से बात की है।
वे गजेंद्र सिंह शेखावत के गुरु हैं। मैंने कहा भगवान सिंह जी इसे समझाओ कि पैसा वापस लौटाए। गहलोत ने यह भी कहा कि विदेशों के अंदर पता नहीं कितना पैसा लगा रखा है? इथियोपिया, ऑस्ट्रेलिया और भी पता नहीं कितने देशों में गजेंद्र सिंह का पैसा लगा हुआ है। केंद्रीय मंत्री को यह बात क्लियर करनी चाहिए। क्यों नहीं वह ईडी को जांच दिलवा रहे।
ये पहली बार नहीं है कि गहलोत और शेखावत इस मुद्दे पर आमने-सामने हुए हैं। इससे पहले भी दोनों एक दूसरे पर सोसायटी के मामले में आरोप लगा चुके हैं। मामले की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए।
इस पर गहलोत ने कहा कि सीबीआई तो गजेन्द्रसिंह और इन लोगों की जेब में है। गहलोत आगे बोले कि गजेंद्र सिंह को एसओजी के पास जाना चाहिए और कहना चाहिए कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए।
इससे पहले हमारी सरकार गिरा रहे थे, यह भी एक मुख्य किरदार था। यह वॉयस सैंपल दे नहीं रहा। कोर्ट से रिलीफ ले रहा है। इससे पहले गजेन्द्रसिंह ने प्रेस वार्ता में गहलोत पर चरित्र हनन का आरोप लगाया था।