अब ये मिली फ्री सौगात: दिल्ली जाने से पहले किसानों को बड़ी सौगात दे गए सीएम गहलोत

सीएम गहलोत ने किसानों को निशुल्क बीज मिनिकिट वितरण करने का ऐलान किया है।  किसानों को निशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाने के लिए राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन चलाया जा रहा है...

Ashok Gehlot

जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले सीएम अशोक गहलोत प्रदेशवासियों की झोलियां दिल खोलकर भरते नजर आ रहे हैं। 

एक बार फिर से सीएम गहलोत ने किसानों को बड़ी सौगात दी है। 

जिसका फायदा 23 लाख लघु एवं सीमांत किसानों को मिलने जा रहा है। 

इसी के साथ एक अन्य प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए सीएम गहलोत ने पोषण सूचकांकों में सुधार हेतु उपरकरण खरीदने के लिए 16.97 करोड़ रुपए की मंजूरी भी दी है। 

ऐसे में आंगनबाड़ी केन्द्रों में लम्बाई एवं वजन मापने के लिए उपकरण दिए जाएंगे।

दरअसल, सीएम गहलोत ने किसानों को निशुल्क बीज मिनिकिट वितरण करने का ऐलान किया है। 

गौरतलब है कि सीएम गहलोत इस वक्त दिल्ली में है और राजस्थान विधानसभा चुनाव और पायलट के साथ सियासी जंग को लेकर पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक करने वाले हैं।

लेकिन उससे पहले ही प्रदेशवासियों को उन्होंने ये सौगात दे दी है। मुख्यमंत्री की ओर से 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी।

सीएम ने प्रदेश के इन लघु एवं सीमांत किसानों को प्रमुख फसलों के प्रमाणित किस्मों के बीज मिनिकिट निशुल्क वितरण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

किसानों को निशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाने के लिए राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन चलाया जा रहा है

सीएम के इस ऐलान के लिए 128.57 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रस्ताव रखा गया था। 

क्या होगा फ्री बीज मिनिकिट में ?

सीएम की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक प्रत्येक किसान को बीज मिनिकिट में...

- मक्का के 5 किलो, 
- सरसों के 2 किलो, 
-मूंग व मोठ के 4-4 किलो 
- तिल के 1 किलो 

बीज निशुल्क उपलब्ध दिए जाएंगे। 

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बार-बार ये कहते आए हैं कि आप लेते-लेते थक जाओगे, मैं बांटता रहूंगा।

कैसे किया जाएगा वितरण ?

निशुल्क बीज मिनिकिट का वितरण कृषि विभाग द्वारा राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।

गहलोत सराकर द्वारा जनजातीय किसानों के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा तथा गैर जनजातीय किसानों को कृषि विभाग द्वारा बीज मिनिकिट की खरीद राजस्थान राज्य बीज निगम/राष्ट्रीय बीज निगम से की जाएगी।