भाजपा का पलटवार: मुख्यमंत्री जी आप राजस्थान संभालें, सत्ता जाने के डर से न्यायपालिका पर ऐसे बयान न दें
जोशी ने सीएम गहलोत को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के लिए कहते हैं कि देश को विश्व गुरु बनाने से पहले अपना घर संभालें। लेकिन हम कहते है कि मुख्यमंत्री जी आप राजस्थान संभालें, आपने साढ़े चार साल में प्रदेश को बर्बाद कर दिया।
जयपुर | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा न्यायपालिका व वकीलों को लेकर दिए बयान पर भारतीय जनता पार्टी आक्रामक हो गई है।
गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा है कि गहलोत का यह बयान उनकी हताशा, निराशा, चुनाव में अपनी हार और अपनी सरकार की गलतियों को छिपाने और जनता को गुमराह करने का उद्देश्य मात्र है।
संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का न्यायपालिका पर दिया गया ऐसा बयान बेहद ही निराशाजनक है।
ये बयान दर्शाता है कि संविधान और देश की न्याय व्यवस्था में इनका कोई विश्वास नहीं है, क्योंकि यह प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालने में पूर्ण रूप से विफल रहे हैं।
आप कहते हैं कि संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, जबकि आप संवैधानिक पद पर बैठे हैं और न्याय व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहे हैं।
सीपी जोशी आगे कहा कि सीएम गहलोत एसीबी जैसी संस्था में दखलंदाजी नहीं देने की बात करते हैं, जबकि 600 से अधिक मामले मुख्यमंत्री की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण लंबित पड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि आरोपियों को फिर से वहीं पोस्टिंग दी जा रही है जहां उन्होंने भ्रष्टाचार किया था।
आरपीएससी में करोड़ों रुपए लेकर सदस्य बनाए जाते हैं, जो पेपर लीक करवा कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं।
मुख्यमंत्री जी आप राजस्थान संभालें
इसी साथ जोशी ने सीएम गहलोत को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के लिए कहते हैं कि देश को विश्व गुरु बनाने से पहले अपना घर संभालें।
लेकिन हम कहते है कि मुख्यमंत्री जी आप राजस्थान संभालें, आपने साढ़े चार साल में प्रदेश को बर्बाद कर दिया।
आपसे प्रदेश की व्यवस्थाएं नहीं संभल पाईं। इस तरह की सलाह आप ना दें तो अच्छा रहेगा।
क्या कहा था सीएम गहलोत ने ?
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान न्यायपालिका पर सवाल उठाए थे।
उन्होंने कहा था कि ज्यूडिशियरी में भयंकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैंने सुना है कि कई वकील तो जजमेंट लिखकर ले जाते हैं, वहीं जजमेंट आता है।