दरिंदगी की हद पार: बाड़मेर में दलित महिला से रेप के बाद जिंदा जलाया, FIR में देरी, BJP ने बताया जंगलराज 

विधानसभा चुनावों से पहले सामने आई दलित महिला से दुष्कर्म और उसे थिनर डालकर जलाने की घटना ने जहां राजस्थान पुलिस की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं वहीं विपक्षी पार्टियों को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का एक और मुद्दा मिल गया है।

Barmer Rape Incident

बाड़मेर  | राजस्थान में एक बार फिर से दलित महिला के साथ हुई दरिंदगी की शर्मसार करने वाली घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। 

इस मामले में सबसे दुखद बात ये है कि, पीड़िता ज़िन्दगी की जंग हार गई है और उसकी मौत हो गई है। बाड़मेर से जोधपुर रेफर हुई पीड़िता ने आखिरकार दम तोड़ दिया। 

विधानसभा चुनावों से पहले सामने आई दलित महिला से दुष्कर्म और उसे थिनर डालकर जलाने की घटना ने जहां राजस्थान पुलिस की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं वहीं विपक्षी पार्टियों को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का एक और मुद्दा मिल गया है।

दरअसल, प्रदेश के बाड़मेर जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक विवाहिता को दुष्कर्म करने के बाद थिनर डालकर ज़िंदा जलाए जाने के मामले ने जोरदार तूल पकड़ लिया है। इसे लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।

विपक्षी दलों ने इस घटना पर चिंता जताते हुए गहलोत सरकार में बदहाल क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है।

वरिष्ठ नेताओं ने बाड़मेर के पचपदरा थाना क्षेत्र के एक गांव में हुए इस पूरे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच करवाने और गिरफ्त में आये आरोपी को सख्त सज़ा दिलाये जाने की मांग की है।

महिला के साथ हुई इस दरिंदगी को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेता पीडित महिला के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

नेता प्रतिक्ष राजेंद्र राठौड़ ने महिला से दुष्कर्म मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि महिला से दुष्कर्म और जलाकर मारने की घटना राज्य में जंगलराज को दर्शाती है।

राज्य की लचर कानून व्यवस्था के लिए राजस्थान के गृह विभाग के मुखिया खुद मुख्यमंत्री पूर्णरूप से जिम्मेदार हैं।

क्या है पूरा मामला?

6 अप्रेल को प्रदेश में सामने आई ये घटना बाड़मेर जिले के पचपदरा थाना क्षेत्र के बागुंडी गांव में हुई है।

जिसमें एक अनुसूचित जाति की 44 वर्षीया महिला के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसे थिनर (केमिकल पर्दाथ) डालकर आग के हवाले कर दिया।

आग में झुलसने के कारण महिला का शरीर 50 प्रतिशत से भी ज्यादा जल गया। 

घायल पीड़िता को पहले बालोतरा के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर जोधपुर रेफर किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका औरा उसकी मौत हो गई।

हालांकि मरने से पहले पीड़ित महिला ने अपने साथ हुई दरिंदगी की पूरी कहानी पुलिस को बताते हुए बयान दर्ज करवा दिए।

जिसके बाद पुलिस ने कारवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

वहीं दूसरी ओर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरपीएल) सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है। 

उन्होंने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा है कि, एससी वर्ग की महिला के साथ दुष्कर्म करके उसे ज्वलनशील पदार्थ से जलाने की घटना अत्यंत शर्मनाक है।

ऐसे कृत्य इशारा कर रहे हैं कि अपराधियों में कानून का कोई भय नहीं है। आरोपी के विरुद्ध सरकार को सख्त कानूनी कार्यवाही करने की जरूरत है।