भील समाज के नेताओं का ऐलान: जालोर—सिरोही की लोकसभा सीट पर वैभव गहलोत के सामने प्रत्याशी उतारेगा भील समाज
भील समाज के नेताओं ने प्रेस वार्ता की है जालोर—सिरोही की लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर। एक बड़ा वोटबैंक जो कि कांग्रेस का माना जाता है तो जालोर—सिरोही सीट पर अलग समीकरण बन सकते हैं।
सिरोही | भील समाज के नेताओं ने प्रेस वार्ता की है जालोर—सिरोही की लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर। एक बड़ा वोटबैंक जो कि कांग्रेस का माना जाता है तो जालोर—सिरोही सीट पर अलग समीकरण बन सकते हैं।
यही नहीं लोकसभा चुनाव में अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को चुनाव लड़वाने का आधार यही वोट माने जा रहे हैं। ऐसे में सिरोही में हुई प्रेस वार्ता ने राजनीति में अलग तरह की चर्चा छेड़ी है।
भील समाज जालोर सिरोही में एक बड़ा वोटबैंक है और हर बार बड़ी पार्टियां इन्हें मैनेज कर लेती है और इनके मुद्दे वहीं रह जाते हैं। यह समाज जोधपुर संभाग में एसटी का एक बड़ा वोट शेयर रखता है।
पाबूजी महाराज मंदिर भील समाज ट्रस्ट सुमेरपुर के अध्यक्ष राजाराम गोगरा ने बताया कि आदिवासी सेवा विकास संस्थान के नेतृत्व में यह तय किया गया है कि इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से कुठाराघात का शिकार यह समाज अब जागरूक हो गया है और अपनी लड़ाई खुद लड़ना चाहता है।
विभिन्न मुद्दों को उजागर करते हुए गोगरा, आदिवासी विकास समिति जिला सिरोही के अध्यक्ष तलसाराम भील और अन्य नेताओं ने साफ कहा कि सरकार में मारवाड़ जनजातीय बोर्ड बनाया गया है, लेकिन उसमें सदस्य कौन है और उनका क्या काम है। हमें जानकारी तक नहीं। यहां टीएसपी क्षेत्र नहीं होने के चलते हमें नौकरियां तो छोड़िए बिजली कनेक्शन जैसी वरीयता तक नहीं मिलती।
देवाराम बीजापुर, गणेश दायमा, हंजारीमल गोगरा, अशोक सिरोही, देवाराम गुड़िया, नाथुराम पांडगरा संत रामदास महाराज आदि ने समाज से जुड़े मुद्दों को मीडिया के सामने रखा।