किन्नर के प्रेम में आशिक बना कातिल: राजस्थान में चौंकाने वाला मामला, नहीं मानी बात तो...

जयपुर में पिछले दिनों महिला का अधजला शव मिलने के मामले पर से पुलिस ने जब पर्दा उठाया तो सभी हैरान रह गए। मृतक की पहचान नीलू किन्नर के रूप में हुई है। 

जयपुर | राजस्थान में सामने आए एक मामले ने सभी को चौंका दिया है। जिसमें किन्नर के प्रेम में एक युवक ऐसा दिवाना हुआ कि उसने साथ रहने से मना किया तो उसे मौत के घाट उतार दिया। 

राजधानी जयपुर में पिछले दिनों महिला का अधजला शव मिलने के मामले पर से पुलिस ने जब पर्दा उठाया तो सभी हैरान रह गए। 

जयपुर के कानोता थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले सड़क किनारे एक महिला का अधजला शव मिला था। महिला का चेहरा एक तरफ से जल चुका था। पुलिस इसकी जांच पड़ताल करने में जुटी थी। 

आखिरकार पुलिस ने सफलता पाते हुए हत्यारे की पहचान कर ली। पुलिस ने इस मामले में 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

शव की पहचान नीलू किन्नर के रूप में

पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक की पहचान नीलू किन्नर के रूप में हुई है। 

उसकी उम्र 25 साल है। नीलू मानसरोवर में 3 महीने पहले अपने दोस्त नरेश मीणा को छोड़कर बस्सी में रहने लगी थी। 

नरेश उसे काफी चाहता था। नीलू के चले जाने से वह परेशान था। ऐसे में उससे बदला लेने के लिए नरेश मीणा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर नीलू की हत्या की साजिश रच डाली।

पुलिस के अनुसार, हत्यारा नरेश मीणा उर्फ नरसी जवाहर नगर और हत्या में शामिल सुनील उर्फ कालू ढोलवाला कठपुतली नगर का रहने वाला हैं। 

ये दोनों नीलू किन्नर के साथ ऑटो के जरिए लोगों से बधाई लेने का काम किया करते थे। नीलू किन्नर से नरेश प्रेम करता था।

बस्सी पहुंचा नरेश, साथ नहीं आई नीलू तो कर दिया...

वारदात वाली रात नरेश मीणा अपने साथी के साथ नीलू को लेने बस्सी पहुंचा। नरेश ने नीलू को अपने साथ मानसरोवर चलने के लिए कहा, लेकिन नीलू ने जाने से मना कर दिया। 

ऐसे में नरेश तिलमिला उठा और नीलू का अपनी कार में गला दबाकर मार डाला। फिर लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसका शव नायला रोड पर पापड़ गांव के पास सुनसान जगह पर फेंक दिया। 

नीलू की पहचान छिपाने के लिए उसने अपने साथी के साथ पेट्रोल डालकर उसके शव को आग लगा दी। 

ऐसे पहुंची पुलिस हत्यारे तक

शव बुरी तरह से जलने के कारण पुलिस के महिला की पहचान  करना बड़ा सिरदर्द थी। महिला के शरीर का नीचे का हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। पहचान के नाम पर बचा था तो सिर्फ आधा चेहरा। 

इसी के साथ उसके सिर पर बची चुनरी। पुलिस को मौके से मोबाइल के टुकड़े और फटे हुए कपड़े भी मिले जिससे मृतक की शिनाख्त हो पाई।

पुलिस ने इन सुरागों से कड़ी जोड़ी और मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस नीलू के बस्सी वाले दोस्त तक पहुंच गई। 

पुलिस को वहां से जानकारी मिली कि वह अपने मानसरोवर वाले दोस्त नरेश मीणा के साथ गई थी, लेकिन अब तक नहीं लौटी। 

बस फिर पुलिस ने नरेश मीणा के यहां दबिश दी और नरेश के साथ एक अन्य साथी को भी दबोच लिया। उसका साथी ही इस वारदात के समय कार चला रहा था और उसकी मदद कर रहा था।