राठौड़ का दोहरा वार: कहा- ईडी के काम से पायलट भी होंगे खुश, अगर पीछे हटे तो यह सरा किस्सा कुर्सी का...

राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अगर सचिन पायलट भ्रष्टाचार से जुड़े अपने मुद्दे और जनता से किए गए अपने वादों से वापस पीछे हटते हैं तो यह तय होगा कि ये सारा किस्सा कुर्सी का था।

Rajendra Rathore

जयपुर | राजस्थान में पिछले साढ़े चार सालों से चली आ रही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की जंग को लेकर भले ही दिल्ली में बैठे आलाकमान अब ठीक बता रहे हो, लेकिन प्रदेश कांग्रेस में फिलहाल ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है।

दिल्ली हुई बैठक में दोनों नेताओं के बीच सुलह की बात सामने आ रही है लेकिन पायलट अभी भी राज्य सरकार से की गई मांगों पर अड़े हैं।

तो वहीं दूसरी ओर, सीएम गहलोत एक बार फिर से आगामी चुनावों में कांग्रेस की जीत और मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश करते दिख रहे हैं। 

सीएम गहलोत का दावा है कि, इस बार भी प्रदेश की जनता भाजपा को हराकर उन्हें सीएम बनाएगी। 

ऐसे भाजपा कहा पीछे रहने वाली है। विपक्ष को तो मौका चाहिए चाहे वह केन्द्र सरकार हो या फिर राज्य सरकार...

अब भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने डबल गेम खेलते हुए सचिन पायलट को लपेटे में लिया है। 

ईडी के काम से पायलट भी होंगे खुश

जयपुर भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि राजस्थान में पेपर लीक मामले में ईडी कार्रवाई कर रही है।

ऐसे में पायलट ईडी के काम की सराहना कर रहे होंगे, क्योंकि पायलट ने ही पदयात्रा निकालकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। 

पायलट का मांगों से पीछे हटना यानि सारा किस्सा कुर्सी का

राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अगर सचिन पायलट भ्रष्टाचार से जुड़े अपने मुद्दे और जनता से किए गए अपने वादों से वापस पीछे हटते हैं तो यह तय होगा कि ये सारा किस्सा कुर्सी का था।

गहलोत और पायलट के बीच चल रही तनातनी को लेकर उन्होंने कहा कि चाय की प्याली में तूफान दिखाई नहीं देता, लेकिन जब खनकता है तो पूरी चाय बाहर गिर जाती है। 

इसी के साथ राठौड़ ने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि आज ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री गहलोत समेत कांग्रेस के नेता सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जब कांग्रेस से आम जनता सवाल कर रही थी उस वक्त ये सब चुप क्यों थे ?