Cinema: खोसला का घोंसला से एम एस धोनी तक राजेश शर्मा का सफर
राजेश शर्मा भारतीय सिनेमा के एक जाने-माने अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। वे हिंदी सिनेमा के अलावा बंगाली फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। उनकी अदाकारी में सहजता, गहराई और विविधता का अनूठा संगम देखने को मिलता है, जो हर किरदार को जीवंत कर देता है।
राजेश शर्मा का जन्म 8 अक्टूबर 1971 को लुधियाना, पंजाब में हुआ। अभिनय के प्रति उनके जुनून ने उन्हें कोलकाता के प्रतिष्ठित भारतीय नाट्य संस्थान (एनएसडी) तक पहुंचाया। यहां उन्होंने अभिनय की बारीकियां सीखी और थिएटर के माध्यम से अपने करियर की शुरुआत की।
राजेश शर्मा ने 1996 में बंगाली फिल्म ‘माचिस’ से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने हिंदी फिल्मों में भी कदम रखा और ‘खोसला का घोंसला’ (2006) में अपनी शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों को प्रभावित किया। इस फिल्म ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
राजेश शर्मा ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है। उनके कुछ यादगार किरदार हैं:
- ‘खोसला का घोंसला’ में प्रॉपर्टी डीलर के रूप में उनका हास्य और संवेदनशीलता दर्शकों को खूब भाया।
- ‘पार्च्ड’, ‘नो वन किल्ड जेसिका’ और ‘स्पेशल 26’ में उनके संजीदा और विविधतापूर्ण अभिनय की सराहना हुई।
- ‘कहानी’ (2012) में उन्होंने इंस्पेक्टर चटर्जी की भूमिका निभाई, जो सशक्त और भावनात्मक दोनों थी।
- ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में उन्होंने धोनी के कोच का किरदार निभाकर दिलों को छू लिया।
राजेश शर्मा का अभिनय इतना प्रभावशाली है कि वे छोटे से छोटे किरदार में भी जान डाल देते हैं। उनकी डायलॉग डिलीवरी और बॉडी लैंग्वेज किरदार को वास्तविक और आत्मीय बना देती है।
थिएटर की पृष्ठभूमि ने राजेश शर्मा को अभिनय की गहराई को समझने में मदद की। वे हर किरदार में खुद को पूरी तरह से ढाल लेते हैं, चाहे वह हास्य भूमिका हो या गंभीर।
राजेश शर्मा अपने निजी जीवन को काफी सादगी से जीते हैं। वे अभिनय को केवल एक करियर नहीं, बल्कि एक कला मानते हैं और इसके प्रति पूरी निष्ठा रखते हैं।
राजेश शर्मा को उनके शानदार अभिनय के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनके काम को न केवल दर्शकों, बल्कि समीक्षकों ने भी खूब सराहा है।