अलमारी ने उगला खजाना: मिला ढाई करोड़ नकद और एक किलो सोना, गहलोत सरकार के खिलाफ पायलट को मिल गया मौका, अब शुरू होगा वॉर

विधानसभा चुनावों से पहले सरकारी अलमारी के खजाना उगलने को लेकर जहां भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है, वहीं गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे सचिन पायलट को भी एक बड़ा मौका मिल गया है।

जयपुर | विधानसभा चुनावों से पहले राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार की मुश्किलें अब और बढ़ गई है।

भ्रष्टाचार को लेकर अपनी ही पार्टी के नेताओं से घिरी गहलोत सरकार को अब विपक्ष ने भी जबरदस्त तरीके से घेर लिया है, विपक्ष को मुद्दा ही कुछ ऐसा मिल गया। 

दरअसल, योजना भवन में सालों से बंद पड़ी अलमारी ने बेतहाशा खजाना उगला है। 

क्या मिला आलमारी में ?

राजधानी जयपुर में शासन सचिवालय के पास स्थित योजना भवन के डीओआईटी डिपार्टमेंट के बेसमेंट में बंद पड़ी अलमारी में शुक्रवार रात 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए और 1 किलो सोने के बिस्कुट बरामद हुए है। 

ऐसे में सरकारी ऑफिस की अलमारी  में ये खजाना कहां से आया। इस पर गहलोत सरकार बुरी तरह से घिर गई है।

सचिन पायलट को भी मिल गया मौका

विधानसभा चुनावों से पहले सरकारी अलमारी के खजाना उगलने को लेकर जहां भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है, वहीं गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे सचिन पायलट को भी एक बड़ा मौका मिल गया है।

पायलट के समर्थक और सरकार में मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी जनसभा में ये ऐलान कर चुके है कि प्रदेश सरकार के कई नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है। 

ऐसे में ये घटना चुनावों से पहले गहलोत सरकार के लिए गले की फांस बनती दिख रही है।

शेखावत बोले-  गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर

संजीवनी मुद्दें पर आमने-सामने होने वाले गहलोत और भाजपा के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला। 

शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं, सचिवालय में ढाई करोड़ रुपए नकद और सोना बरामद होना दर्शाता है कि यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। 

सचिवालय में आखिर इतनी नकदी और सोना आया कहां से और यह किसका है? अब सिर्फ लीपापोती करने से काम नहीं चलेगा। 

इस पर प्रदेश सरकार को जनता को जवाब देना ही होगा।

गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है, इसलिए सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया। 

विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।