RPSC पेपर लीक प्रकरण: राजेन्द्र राठौड़ का हमला, कहा- कांग्रेस राज में परीक्षाओं की पवित्रता भंग, अब भर्तियां माफियाओं के संरक्षण में

आरपीएससी में बाबूलाल कटारा जैसे कई किरदार है जो पैसों के खातिर सरकारी नौकरियों की बोली लगा रहे हैं। प्रदेश के लाखों मेहनतकश बेरोजगारों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। पेपर लीक का यह कलंक युवाओं के भविष्य पर ग्रहण लगा रहा है।

Rajendra Rathore

जयपुर । RPSC Paper Leak: RPSC द्वारा वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड सेकंड 2022 पेपर लीक मामले को लेकर राजस्थान भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाए हुए हैं। 

इसी बीच अब वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में जीके के दो और पेपर को निरस्त कर दिया है। 

भर्तियां पेपर माफियाओं के संरक्षण में

ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा है कि वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा प्रकरण में अब सामान्य ज्ञान ग्रुप ए व ग्रुप बी का पेपर भी निरस्त करना इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस राज में परीक्षाओं की पवित्रता भंग हुई है और अधिकतर भर्तियां पेपर माफियाओं के संरक्षण में ही सम्पन्न हुई है।

ईडी के भय से मानी गलती

तत्सम्य भी कांग्रेस सरकार को बार-बार चेताया था कि सैंकड ग्रेड परीक्षा में पूर्व की तारीखों की परीक्षाओं का भी पेपर लीक हुआ है।

लेकिन सरकार ने संवेदनहीनता दिखाते हुए ये पेपर निरस्त नहीं किये थे। 

कांग्रेस सरकार आज ईडी के भय से अब गलती मानकर दो पेपर निरस्त कर हमारे दावों पर मुहर लगा रही है।

पेपर लीक होना कांग्रेस राज की परम्परा बनी

इसी के साथ नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक होना कांग्रेस राज की परम्परा बन गई है। 

आरपीएससी द्वारा कराई गई परीक्षाएं संदेह के घेरे में हैं। ऐसी कई भर्ती परीक्षाएं हैं जो एसओजी के संज्ञान में नहीं है, क्या वो भी निरस्त होंगी? 

हैरानी की बात है कि बाबूलाल कटारा एसआई भर्ती के इंटरव्यू बोर्ड में शामिल था, इसके बावजूद भी परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया।  

पैसों के खातिर सरकारी नौकरियों की बोली 

आरपीएससी में बाबूलाल कटारा जैसे कई किरदार है जो पैसों के खातिर सरकारी नौकरियों की बोली लगा रहे हैं।

प्रदेश के लाखों मेहनतकश बेरोजगारों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। पेपर लीक का यह कलंक युवाओं के भविष्य पर ग्रहण लगा रहा है।

सांसद किरोड़ी बोले- मैंने दिया था सबूत 

इस मामले को लेकर राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी गहलोत सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि वरिष्ठ अध्यापक की परीक्षा में पेपर लीक के पुख्ता सबूत दिए थे, लेकिन मुखिया जी ने अपने चहेतों-डकैतों को काली कमाई करने की खुली छूट दी। 

आखिर में 2 पेपर और रद्द कर दिए हैं। कहीं सरकार ने ED के डर से तो यह फ़ैसला तो नही लिया?