समर्थकों में हाथापाई की नौबत: हनुमान बेनीवाल ने कहा- एक तरफ पप्पू तो दूसरी तरफ गप्पू, सभा में गूंजे मिर्धा जिंदाबाद के नारे

हनुमान बेनीवाल की सभा में उनके और विजयपाल-रिछपाल मिर्धा के समर्थक आपस में उलझ गए। जिससे सियासी माहौल और गरमा गया। समर्थक आपस में उलझे तो सांसद हनुमान बेनीवाल माहौल बिगड़ता देख वहां से निकल गए। 

Hanuman Beniwal

नागौर | Rajasthan Election 2023: विधानसभा चुनावों को लेकर राजस्थान का सियासी माहा माहौल गरमाने लगा है। 

पहले भाजपा-कांग्रेस नेताओं और समर्थकों में टकरार देखी जा रही थी लेकिन अब तो तीसरे मोर्चे के दल भी इस जंग में कूद पड़े हैं। 

ऐसा ही कुछ हनुमान बेनीवाल की सभा में भी देखने को मिला। यहां सांसद बेनीवाल की सभा में उनके और विजयपाल-रिछपाल मिर्धा के समर्थक आपस में उलझ गए। जिससे सियासी माहौल और गरमा गया है। 

बता दें कि ज्योति मिर्धा भी भाजपा में शामिल होने के बाद से हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) के खिलाफ सक्रिय हो गई है। 

नौबत हाथापाई तक पहुंची

नागौर जिले में हनुमान बेनीवाल और विजयपाल-रिछपाल मिर्धा के समर्थकों के बीच अदावत बढ़ती जा रही है। सोमवार को बेनीवाल और मिर्धा के समर्थक आपस में उलझ गए और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। 

दरअसल, सोमवार शाम प्रदेश में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) की ओर से निकाली जा रही सत्ता संकल्प यात्रा डेगाना पहुंची थी।

इस दौरान पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल रोड शो के बाद आम सभा को संबोधित कर रहे थे। 

इस दौरान बेनीवाल ने हर बार की तरह कांग्रेस-भाजपा के खिलाफ जमकर बयान बाजी की। 

सांसद बेनीवाल ने मेड़ता में बिना किसी का नाम लिए कहा कि सत्ताधारी पार्टी के सामने वाला पाला भी कमजोर है। एक तरफ पप्पू है और दूसरी तरफ गप्पू है। 

बेनीवाल ने कहा कि हनुमान वो लड़ाका है, जो तेजाजी महाराज के जयकारे को राजस्थान की विधानसभा से देश की लोकसभा तक लेकर गया था। 

इतना सुनते ही सभा में मौजूद विजयपाल मिर्धा और रिछपालसिंह मिर्धा समर्थकों ने विजयपाल और रिछपाल मिर्धा जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। 

ऐसे में सभा में उपस्थित बेनीवाल के समर्थक भी उठ खड़े हुए और दोनों में आपसी झड़प हो गई। ये झड़प हाथापाई तक पहुंच गई। 

इसी बीच मौके पर पहले से मौजूद पुलिस ने माहौल गरमाता देख दोनों ही पार्टियों के समर्थकों को अलग-अलग कर मामला शांत करवाया। 

जैसे दोनों समर्थक आपस में उलझे तो सांसद हनुमान बेनीवाल माहौल बिगड़ता देख वहां से निकल गए।