नवीन संसद भवन: भारतीय शिल्प-स्थापत्य और संवैधानिक दृष्टि से नवीन संसद भवन अद्वितीय-राज्यपाल कलराज मिश्र

राज्यपाल ने नवीन संसद भवन में निर्मित प्राचीन भारतीय इतिहास, कला और संस्कृति से संबद्ध गैलरी, संगीत की भारतीय परम्परा से संबद्ध दीर्घा, ऐतिहासिक, पौराणिक कथानकों के आलोक में निर्मित संसद भवन की कला वीथी को अद्भुत बताया।

नवनिर्मित संसद भवन का अवलोकन करते हुए-राज्यपाल कलराज मिश्र

जयपुर । राज्यपाल कलराज मिश्र मंगलवार को लोकसभा पहुंचे। वहां उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों ने संविधान संस्कृति और जीवन मूल्यों से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की और नवीन संसद भवन भी देखा।देश के सर्वोच्च लोकसभा और राज्यसभा सदनों में सदस्यों के बैठने की व्यवस्था के साथ संविधान से जुड़ी मौलिक दृष्टि संबंधित गैलरी का भी अवलोकन किया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने राज्यपाल मिश्र को लोकसभा प्रकाशन के अंतर्गत प्रकाशित ‘भारत का संविधान’ की प्रति भेंट की। मिश्र ने नवनिर्मित संसद भवन का अवलोकन करते हुए कहा कि भारतीय शिल्प-स्थापत्य और संवैधानिक दृष्टि से नवीन संसद भवन अद्वितीय है। उन्होंने नवीन संसद भवन में निर्मित प्राचीन भारतीय इतिहास, कला और संस्कृति से संबद्ध गैलरी, संगीत की भारतीय परम्परा से संबद्ध दीर्घा, ऐतिहासिक, पौराणिक कथानकों के आलोक में निर्मित संसद भवन की  कला वीथी  को अद्भुत बताया।

राज्यपाल ने नवीन संसद भवन निर्माण में हरित तकनीक के उपयोग के अंतर्गत जल संरक्षण संरचनाओं, नवनिर्मित नवीन संसद भवन के संविधान सभागार, संसद की डिजिटल कार्यप्रणाली, संसद भवन की कलात्मक ‘शिल्प‘ और ‘स्थापत्य‘ गैलरी आदि को भी देखा। उन्होंने नवीन संसद भवन की भव्यता, वहां स्थापित ऐतिहासिक और धार्मिक सेंगोल आदि को भारतीय संस्कृति के साथ संविधान से जुड़ी दृष्टि के रूप में विशिष्ट बताया।