पर्यावरण संरक्षण का नायाब उदाहरण: सोलर परियोजना में एक भी पेड़ नहीं काटा गया
— लक्ष्मणसर में सोलर प्लांट और वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ 16 अगस्त को
जैसलमेर। राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, जैसलमेर जिले के लक्ष्मणसर गाँव, पोस्ट डांगरी, तहसील फतेहगढ़ में एमआरएस ग्रीन एनर्जी ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) के अंतर्गत 2 मेगावाट एसी ग्रिड कनेक्टेड सोलर पीवी प्लांट स्थापित किया है। इस सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन आज सुबह 9:30 बजे होगा।
इस परियोजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि एक भी पेड़ नहीं काटा गया, बल्कि इसके विपरीत आने वाले समय में सैकड़ों स्वदेशी प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। यह कदम न केवल अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगा, बल्कि जैसलमेर के शुष्क क्षेत्र में पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्जीवन में भी योगदान देगा।
परियोजना का संचालन एमआरएस ग्रीन एनर्जी के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सामाजिक उद्यमी राघवेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में किया जा रहा है। वहीं, यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (UGPF) की सहभागिता से लक्ष्मणसर गाँव में आज से वृक्षारोपण अभियान की भी शुरुआत की गई।
UGPF के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने बताया कि, "सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से ही जमीनी स्तर पर स्थायी और सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। राजस्थान की पारंपरिक ‘ओरण’ और ‘गोचर’ जैसी व्यवस्थाओं को महत्व देते हुए, यह अभियान पर्यावरण के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है और स्वच्छ, हरित एवं शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।"
शुभारंभ समारोह में UGPF के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल, फाउंडेशन के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई, सामाजिक उद्यमी राघवेंद्र सिंह शेखावत, सरपंच प्रतिनिधि कृपाल सिंह भाटी, जिला परिषद सदस्य एवं भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष उदय सिंह भाटी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहेंगे।
यह परियोजना न केवल अक्षय ऊर्जा उत्पादन का उदाहरण है, बल्कि यह दिखाती है कि विकास कार्य और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं। लक्ष्मणसर का यह प्रयास आने वाले समय में अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।