दो-तीन घंटे में जयपुर से दिल्ली: राजस्थान को ’वंदे भारत ट्रेन’ की सौगात जल्द, पीएम मोदी दिखा सकते हैं हरी झंडी
31 मार्च से अप्रेल के पहले सप्ताह की बीच जयपुर से दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू हो सकती है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। ये भी माना जा रहा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
जयपुर | देश के कई हिस्सों में दौड़ रही वंदे भारत ट्रेन को देखकर राजस्थान के लोगों में भी इस ट्रेन के लिए काफी उतावलापन है। राजस्थानी भी प्रदेश में इस ट्रेन के चलने के सपने देख रहे है।
ऐसे में राजस्थान के लोगों के लिए बड़ी अच्छी खबर सामने आई है। राजस्थान को अब वंदे भारत ट्रेन की सौगात जल्द मिल सकती है।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि जल्द ही जयपुर से वंदे भारत ट्रेन को चलाया जाएगा।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव रविवार को शताब्दी ट्रेन से जयपुर पहुंचे और राजधानी में आयोजित ब्राह्मण समाज की महापंचायत में शामिल हुए।
इस दौरान रेलमंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान के 82 रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा।
इसी के रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव जयपुर जंक्शन का निरीक्षण करने पहुंचे।
अपने जयपुर दौरे के दौरान रेलमंत्री रेलमंत्री ने कहा कि राजस्थान को जल्द वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल सकती है।
31 मार्च से अप्रेल के पहले सप्ताह की बीच जयपुर से दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू हो सकती है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई।
ये भी माना जा रहा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं।
दो-तीन घंटे में जयपुर से दिल्ली
जयपुर को वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलते ही जयपुर से दिल्ली जाने वाले रेल यात्रियों का सफर बड़ा आसान हो जाएगा।
जयपुर से दिल्ली मात्र दो-तीन घंटे में पहुंचा जा सकेगा। ऐसे में अब जयपुरवासी वंदेभारत ट्रेन को लेकर बेहद एक्साइटेड है।
गौरतलब है कि, देशभर में कई शहरों के बीच वंदे भारत ट्रेनें शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक राजस्थान को इसका इंतजार है।
ये भारत की सबसे तेज ट्रेन है, जिसकी अधिकतम गति 180 किमी प्रति घंटा है। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में इसे महज 52 सेकेंड लगते हैं।
इसमें सभी कोच ऑटोमेटिक हैं। इसके अलावा GPS बेस्ड ऑडियो-विजुअल यात्री सूचना सिस्टम, 32 इंच के इंफोटेनमेंट स्क्रीन और अन्य आधुनिक सुविधाएं हैं।