राजस्थान में 3 दिसंबर को मतगणना: जीतने पर भी जश्न पर रोक, ऐसा रहेगा मतगणना का कार्यक्रम

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने जानकारी दी कि राजस्थान के 33 जिलों में 36 केंद्रों पर मतगणना का कार्य होगा। 5 दिसंबर तक रिपोर्ट राज्यपाल को नहीं दे देंगे तब तक राज्य में आचार संहिता जारी रहेगी। ऐसे में जीतने वाले प्रत्याशी किसी भी तरह से जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। 

Rajasthan Election 2023

जयपुर | राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस भले ही पूर्ण बहुमत मिलने और सरकार बनाने का दावा कर रही हो, लेकिन असल परिणाम तो 3 दिसंबर को ही सामने आएंगे।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 3 दिसंबर को मतगणना होने जा रही है। जिसके लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। 

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने गुरूवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारी दी कि राजस्थान के 33 जिलों में 36 केंद्रों पर मतगणना का कार्य होगा। 

इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि 5 दिसंबर तक रिपोर्ट राज्यपाल को नहीं दे देंगे तब तक राज्य में आचार संहिता जारी रहेगी। ऐसे में जीतने वाले प्रत्याशी किसी भी तरह से जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि करणपुर विधानसभा में जल्द ही चुनाव कराया जाएगा। इस प्रक्रिया में करीब 25 दिन का समय लगता है।

सुबह 8 बजे शुरू होगी मतगणना

मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने कहा कि 33 जिलों के 36 केन्द्रों में 2,524 टेबल पर एक साथ मतगणना होगी और सर्विस वोटर्स की भी काउंटिंग होगी। 

पोस्टल बैलेट की गणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। इसके बाद सुबह 8.30 बजे से ईवीएम के वोटों की गणना शुरू होगी।

सुबह 9.30 बजे तक पहला रुझान आने की संभावना है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 5 एआरओ हैं और कुल 1129 एआरओ हैं। 

अधिकतम 24 काउंटिंग टेबल होती हैं, इसी आधार पर कुल 2524 टेबल होंगी।

उन्होंने बताया कि मीडिया सेंटर पर स्क्रीन लगाई जाएंगी। प्रदेश में कुल 4,34,614 पोस्टल बैलेट संबंधित जिले में पहुंच गए, सर्विस वोटर 93,000 में से 23,000 ने ले लिया। 

कुछ ऐसा रहेगा मतगणना का कार्यक्रम

- 3 दिसंबर को पोस्टल बैलेट की गणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। 

- सुबह 8.30 बजे से ईवीएम के वोटों की गणना शुरू होगी।

- मतगणना बिल्कुल इको फ्रेंडली तरीके से की जाएगी। 

- चुनाव में जीते हुए प्रत्याशी को वहीं सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।

- चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी जुलूस नहीं निकाल सकेंगे। 

- 5 दिसंबर जब तक रिपोर्ट राज्यपाल को नहीं सौंप दी जाए तब तक आचार संहिता जारी रहेगी। 
- मतगणना के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। सीएपीएफ की 40 कंपनियां इनर कॉडन और 36 कंपनियां काउंटिंग सेंटर में आउटिंग कॉडन में तैनात रहेंगी। 

- आरसीए की 99 कंपनियां बाहर की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगी।