जयपुर। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. चन्द्रेश घनश्याम जोशी ने राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े से राजभवन में भेंट कर उन्हें नर्मदा पंचांग कैलेण्डर का द्वितीय संस्करण भेंट किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने पंचांग का विमोचन किया और डॉ. जोशी को इस पुनीत कार्य के लिए शुभकामनाएं दीं. राज्यपाल ने पंचांग में वर्णित विषयों और जानकारियों पर चर्चा की।
डॉ. जोशी ने राज्यपाल को बताया कि वे मूल रूप से सिरोही जिले के कालन्द्री गांव के निवासी हैं। उनका परिवार पीढ़ियों से ज्योतिष विद्या और अनुसंधान के क्षेत्र में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि नर्मदा पंचांग वैज्ञानिक पद्धति और भारतीय खगोल विद्या का एक अनूठा और प्रभावी मिश्रण है, जो खगोलीय गणनाओं के आधार पर प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराता है।
इस अवसर पर डॉ. जोशी ने अपने पिता, घनश्याम जोशी, का विशेष रूप से उल्लेख किया, जिनसे उन्होंने ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार इस परंपरागत ज्ञान को आगे बढ़ाने में सतत प्रयासरत है। डॉ. जोशी ने बताया कि उन्होंने अपनी थीसिस राहु ग्रह विषय पर की है।
राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने नर्मदा पंचांग की प्रशंसा की और डॉ. जोशी को उनके कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भारतीय ज्योतिष विद्या के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का कार्य है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी इस विद्या से जोड़ने का माध्यम है।