लोकसभा चुनाव-2024: भाजपा की हैदराबाद से उम्मीदवार माधवी लता को बताया योगी आदित्यनाथ जैसे
हैदराबाद लोकसभा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को अभेद्य गढ़ में चुनौती देनी उतरी माधवी लता तेलंगाना में बीजेपी का नया चेहरा बन गई है।
तेलंगाना | हैदराबाद लोकसभा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को अभेद्य गढ़ में चुनौती देनी उतरी माधवी लता तेलंगाना में बीजेपी का नया चेहरा बन गई है। हैदराबाद में उनके चुनाव प्रचार के वीडियो वायरल हो रहे हैं। पहली बार चुनाव लड़ रही माधवी लता ओवैसी पर न सिर्फ सीधा हमला बोल रही है, बल्कि हैदराबाद के मुद्दों को उठाकर वे सवाल भी पूछ रही हैं। माधवी अब अपने बुलडोजर वाले बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने दावा किया है कि वे एक लाख वोटों से एआईएमआईएम चीफ को 2024 के चुनाव शिकस्त देंगी। इसके चलते सोशल मीडिया पर उनकी तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जा रही है। माधवी लता को तेलंगाना का योगी बताया जा रहा है।
भाजपा ने पार्टी के दिग्गज भगवंत राव पवार की जगह लता को चुना, जो 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से उम्मीदवार थे, दोनों बार असदुद्दीन से भारी अंतर से हार गए थे। सूत्रों ने कहा कि संघ के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रमुख, वरिष्ठ आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार, जिन्हें वह अपने गुरु के रूप में देखती हैं, के साथ उनकी निकटता ने उन्हें भाजपा द्वारा अपने उम्मीदवार के रूप में चुने जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
माधवी कहती हैं, “हैदराबाद की लोकसभा सीट बहुत खतरनाक है। यहाँ के 50 फीसदी इलाकों में आप चुनावों के दौरान कैंपेन नहीं कर सकते, वहाँ कदम नहीं रख सकते। वो लोग पत्थर फेंकते हैं, सिर फोड़ते हैं… और मैं ये काम करने जा रही हूँ। मैं देखना चाहती हूँ कि मेरे देश में कैसे मुझे रोका जाएगा। अगर कोई मुझे रोकेगा भी तो मुझे पत्थर खाकर देखना है कि ये लोग और कितना ज्यादा गिर सकते हैं।”
कौन है माधवी लता
49 वर्षीय और तीन बच्चों की मां लता का कहना है कि उनकी उम्मीदवारी की खबर एक सुखद आश्चर्य के रूप में आई और उन्होंने कभी भी टिकट के लिए पैरवी नहीं की थी। एक ओजस्वी वक्ता और उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर, वह टिकट को अपने 18 वर्षों के दान कार्यों की स्वीकृति और लोगों की क्षमता को पहचानने की भाजपा की क्षमता का एक और उदाहरण बताती हैं।
माधवी लता ने ओवेशी को क्या बयान दिए
हैदराबाद ओवैसी परिवार का कोई गढ़ नहीं है। AIMIM जिस मिट्टी से बनी है, उसे तोड़ना मेरे लिए बहुत आसान है। मैं ओवैसी को चुनौती नहीं मानती। ये तय है कि इस बार ओवैसी साहब की छुट्टी होने वाली है। ये माधवी लता हैं। तेलंगाना की हैदराबाद सीट से BJP की उम्मीदवार। तेलंगाना में 13 मई को लोकसभा चुनाव की वोटिंग है। पुराने हैदराबाद से लेकर नए शहर तक माधवी लता की चर्चा है। सड़क किनारे उनके पोस्टर लगे हैं। किसी पर ‘कट्टर हिंदू शेरनी’ लिखा है, तो किसी में माधवी हाथ जोड़े खड़ी हैं। माधवी कहती हैं कि अगर मेरे हिंदू भाई-बहन एक हो गए तो असद भाई के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी।
हैदराबाद में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
हैदराबाद में ट्रिपल तलाक और UCC जैसे बड़े मुद्दे हैं। सबसे बड़ा मुद्दा आर्टिकल-30 है। आज अगर कोई हिंदू अपना स्कूल खोलता है तो राज्य उसे धार्मिक पुस्तक या फिर भगवद् गीता पढ़ाने की इजाजत नहीं देता। आर्टिकल-30 में अल्पसंख्यकों को ये अधिकार दिया गया है। वो धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ सेंट्रल और स्टेट बोर्ड की पढ़ाई भी कर सकते हैं