पेश की सामाजिक एकता की मिसाल: बुटाटी धाम मंदिर में सफाईकर्मी की शादी में घोड़ी पर बिठाकर बिंदौरी निकलवाई

दरअसल बुटाटी गाँव के विख्यात चतुरदास महाराज मंदिर में सफाई करने वाले रामचंद्र हरिजन के पुत्र अजय कुमार की शादी थी. इस दौरान बुटाटी गांव के राजपूत समाज ने न केवल अजय कुमार को घोड़ी पर बिठाकर बिंदोरी निकाली बल्कि देवेन्द्र सिंह राठौड़ खुद घोड़ी की लगाम थामकर शादी में शामिल हुए.

butati village

जयपुर | शादियों का सीजन चल रहा है और रोज कोई ना कोई खबर वायरल हो जाती है. लेकिन इसी बीच नागौर के बुटाटी गाँव से एक ऐसी खबर आई है जो समाज में सामाजिक भाईचारे की मिसाल पेश करती है.नागौर का बुटाटी गाँव वैसे तो देशभर में लकवा पीड़ितों के इलाज के लिए मशहूर है लेकिन अब जो खबर आई है वह उस गाँव की सामाजिक सौहार्द की एक खूबसूरत बागनी पेश करती है. 

हरिजन दूल्हे की घोड़ी लगाम थमने वाला राजपूत समाज 

दरअसल बुटाटी गाँव के विख्यात चतुरदास महाराज मंदिर में सफाई करने वाले रामचंद्र हरिजन के पुत्र अजय कुमार की शादी थी. इस दौरान बुटाटी गांव के राजपूत समाज ने न केवल अजय कुमार को घोड़ी पर बिठाकर बिंदोरी निकाली बल्कि देवेन्द्र सिंह राठौड़ खुद घोड़ी की लगाम थामकर शादी में शामिल हुए.

देवेन्द्र सिंह राठौड़ के साथ ही गांव के समाज समाज से बजरंग सिंह,दीप सिंह, जितेंद्र शेखावत भी सपरिवार  सम्मिलित हुए. 

बुटाटी गाँव की इस सकारात्मक खबर पर वरिष्ठ पत्रकार श्रीपाल शक्तावत ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि 'दलित दूल्हों और बारात के सम्मान और उत्सव में ख़लल डालने वालों को इससे प्रेरित होने की जरूरत है' 

श्रीपाल शक्तावत ने बुटाटी गाँव के राजपूत समाज की इस पहल पर अपनी फेसबुक वाल पर लिखा...

' संत श्री चतुरदास जी महाराज मंदिर -बुटाटी में स्वच्छता सेनानी के तौर पर सेवारत अजय कुमार पुत्र रामचंद्र जी हरिजन निवासी की शादी में निकासी के दौरान खुद  देवेंद्र सिंह बुटाटी ने  घोड़ी  पर बिठाकर उसकी लगाम थामी और निकासी बेहतर तरीके से हो इसकी हर सम्भव व्यवस्था की. 

अजय कुमार की बंदोरी बरात में देवेंद्र जी के साथ इसी गांव के बजरंग सिंह,दीप सिंह, जितेंद्र शेखावत, सपरिवार  सम्मिलित हुए. 

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