चुनावों से पहले ’सड़क जाल’: अब हर गांव में होगी पक्की सड़क, 2422 करोड़ की लागत से बिछेगा सड़कों का जाल
चुनावों से पहले सीएम गहलोत ने सड़क जाल बुना है। सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों को 1 हजार 514 गांवों को नई सड़कों से जोड़ने की घोषणा की है।
जयपुर | राजस्थान के सियासी जादूगर और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावों से पहले एक बार फिर से प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है।
इस बार सीएम गहलोत ने सड़क जाल बुना है। सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों को 1 हजार 514 गांवों को नई सड़कों से जोड़ने की घोषणा की है।
सीएम की इस घोषणा के साथ ही ऐसे कई गांवों का सड़क बनने का इंतजार भी खत्म हो जाएगा, जो लंबे समय से कच्ची सड़क पर सफर कर रहे थे।
प्रदेश के ग्रामीण, जनजातीय एवं मरुस्थलीय क्षेत्रों में विकास के उद्देश्य से गांवों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।
सड़क निर्माण पर खर्च होंगे 2422 करोड़ रुपए
सीएम गहलोत ने सोमवार को सीएमआर से 1,514 राजस्व गांवों को सड़कों से जोड़ने के कार्यों का शिलान्यास किया।
इस कार्यक्रम के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक के कार्यालयों को ऑनलाइन जुड़ा गया।
इस मौके पर सीएम गहलोत ने ऐलान किया कि राजस्थान के गांव-गांव तक संचार व संपर्क के विस्तार के लिए 2422 करोड़ की लागत से 1422 गांवों को डामर सड़क से जोड़ने के कार्य का शिलान्यास किया गया है।
उन्होंने कहा कि इससे गांवों की तरक्की का रास्ता खुलेगा।
सीएम की इस घोषणा के मुताबिक, राजधानी जयपुर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, टोंक, डूंगरपुर, समेत 1514 राजस्व गांवों को नई सड़कों की सौगात मिलेगी।
प्रदेश में बारिश का दौर थमने के साथ ही सड़क निर्माण में तेजी आएगी।
नई सड़कों से ये होगा फायदा
- गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, रोजगार आदि सुविधाओं का और अधिक विकास हो सकेगा।
- गांवों के नई डामर सड़कों के जोड़ने से किसानों को अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाना काफी आसान हो जाएगा।
- सड़कों के निर्माण से परिवहन लागत कम होगी जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- गांवों से शहरों की दूरी में कमी आएगी।
- गांवों में उद्योगों का विकास होगा और नए रोजगार सृजित होंगे।
- किसी भी तरह के माल-सामान को आसानी से समय पर लाया, ले जाया जा सकेगा।