क्या करें शोभारानी: पहले भाजपा से बर्खास्त, फिर कांग्रेस का पकड़ा हाथ, अब चुनाव आयोग ने थमा दिया नोटिस
धौलपुर विधायक शोभारानी कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में बनी हुई हैं। पहले उन्हें भाजपा ने बर्खास्त कर दिया। जिसके चलते उन्होंने पार्टी से बगावत करते हुए कांग्रेस का हाथ पकड़ उसमें शामिल हो गई और अब चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस थमा दिया है।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनाव के घमासान के बीच धौलपुर विधायक शोभारानी कुछ ज्यादा ही सुर्खियों में बनी हुई हैं।
पहले उन्हें भाजपा ने बर्खास्त कर दिया। जिसके चलते उन्होंने पार्टी से बगावत करते हुए कांग्रेस का हाथ पकड़ उसमें शामिल हो गई और अब चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस थमा दिया है।
क्यों मिला शोभारानी का नोटिस ?
खबरों के अनुसार, शोभारानी को चुनाव आयोग ने ये नोटिस जनसंपर्क के दौरान भारी भरकम भीड़ के बीच निजी सुरक्षा गार्ड्स के हाथों में हथियार लेकर चलने को लेकर दिया है।
ये नोटिस धौलपुर रिटर्निंग अधिकारी ने दिया है। नोटिस की तामील सैंपऊ तहसीलदार के द्वारा कराई गई है।
तहसीलदार बृजेश कुमार के आदेश पर सखवारा हल्का पटवारी हरिशंकर शर्मा के द्वारा शोभारानी के गांव जमालपुर जाकर नोटिस की तामील कराई गई है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
दरअसल, हाल ही में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाली भाजपा से बर्खास्त विधायक शोभारानी कुशवाह समर्थकों के साथ 18 अक्टूबर को अपने विधानसभा क्षेत्र में जनसम्पर्क के लिए निकली थीं।
इस दौरान शोभारानी के साथ गाड़ियों का बड़ा काफिला और निजी सुरक्षा गार्ड्स भी थे।
इन गार्ड्स के हाथों में हथियार थे जनहित में खतरनाक साबित हो सकते थे।
इसका वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो गया। जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
ऐसे में धौलपुर रिटर्निग अधिकारी को उक्त मामले में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
रिटर्निंग अधिकारी ने इस मामले में नोटिस जारी करते हुए विधायक शोभारानी से स्पष्टीकरण मांगा है।
आयोग ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा और आचार संहिता लागू हो जाने के बावजूद 15-20 गाड़ियों के साथ जनसंपर्क करने और जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के तहत हथियारों के संबंध में स्वीकृति ली गई है या नहीं। इसका जवाब दिया जाएं।