संजीवनी सोसायटी घोटाला: संजीवनी में गजेन्द्र सिंह शेखावत आरोपी नहीं, क्या बैकफुट पर जा चुके है गहलोत, शेखावत ने दी विपश्यना करने की सलाह
गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने ट्वीटर हैंडल से मोर्चा संभालते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार पलटवार किया. गजेन्द्र सिंह शेखावत के इस पलटवार के बाद अशोक गहलोत पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आए
Jaipur:
संजीवनी सोसायटी घोटाले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के बीच जारी तकरार में कल नया मोड़ आते ही गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने ट्वीटर हैंडल से मोर्चा संभालते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार पलटवार किया.
गजेन्द्र सिंह शेखावत के इस पलटवार के बाद अशोक गहलोत पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आए.
हाईकोर्ट से राहत और वकील ने बता दिया कि FIR में शेखावत आरोपी नहीं
अशोक गहलोत द्वारा संजीवनी घोटाले में गजेन्द्र सिंह शेखावत को कथित आरोपी बनाए जाने के बाद शेखावत ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट में गुहार लगाईं. हाईकोर्ट ने शेखावत की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें ना केवल गिरफ्तारी से राहत दी बल्कि कोर्ट की एक टिप्पणी ने इस पूरे मामले में गजेन्द्र सिंह शेखावत को लेकर पूरी गुत्थी को ही सुलझाकर रख दिया है.
जब कोर्ट को वकील ने बताया कि संजीवनी मामले में SOG द्वारा दर्ज की गई किसी भी FIR में गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम शामिल नहीं है तो कोर्ट ने कहा कि जब शेखावत आरोपी ही नहीं है तो गिरफ्तारी की भी कोई आशंका नहीं है.
शेखावत के पक्ष में आई कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद शेखावत ने अशोक गहलोत को जवाब देने के लिए ट्विटर से मोर्चा संभाला और एक के बाद एक ट्वीट गहलोत को जवाब देते हुए किए.
शेखावत का #SatyamevJayate
राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले के बाद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने #SatyamevJayate के साथ बहुत सारे ट्वीट कर अशोक गहलोत पर जबरदस्त पलटवार किया. शेखावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "गहलोत जी सीएम हैं या साजिशकर्ता"
षड्यंत्रकारी अगर अपने अधिकार का दुरुपयोग कर बिना सबूत किसी निरपराध को दोषी साबित करना चाहे तो माननीय न्यायालय ही सच और झूठ का फैसला करता है।
#SatyamevJayate
एक दूसरे ट्वीट में शेखावत ने अशोक गहलोत को जवाब देते हुए लिखा...
गहलोत जी मुझे मुल्जिम नहीं मुजरिम साबित करने के षड्यंत्र में अपनी सारी जिम्मेदारियां त्याग कर व्यस्त हैं जबकि मैं दोनों नहीं हूं। मुझे तनिक भी संदेह नहीं कि न्यायिक प्रक्रिया से मेरा सच तो सामने आएगा ही गहलोत जी कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे।
शेखावत यहीं नहीं रुके और एक के बाद एक ताबड़तोड़ ट्वीट अशोक गहलोत को जवाब देते हुए करते गए. एक ओर ट्वीट में शेखावत ने लिखा कि-
गहलोत जी मेरे खिलाफ सारी सीमाएं लांघने को क्यों तैयार रहते हैं?
लोकसभा चुनाव में मेरे खिलाफ प्रत्याशी उनके पुत्र थे लेकिन लड़ाई गहलोत जी ने की। समूची सरकार मेरे पीछे लगा दी। आज तक गहलोत जी वही कर रहे हैं, मेरे खिलाफ सारे शासन-प्रशासन को लगा रखा है।
शेखावत ने कहा ' मैं पत्थर से लिखी इबारत हूँ
अपने ऊपर लगे आरोपों पर हाईकोर्ट से राहत मिलाने के बाद शेखावत का आत्मविश्वास देखते ही वबनता था. उन्होंने शायरी के लहजे में ट्वीट कर ऐलान किया कि-
मैं पत्थर पर लिखी इबारत हूँ..
शीशे से कब तक तोड़ोगे..
मिटने वाला मैं नाम नहीं..
तुम मुझको कब तक रोकोगे..।
ओर ट्वीट से शेखावत ने गहलोत को घेरा और लिखा कि-
एक व्यक्ति जिसे अपने क्रोध पर काबू नहीं वो राज्य की व्यवस्था को संतुलित ढंग से नहीं चला सकता। उन्हें क्रोध पर काबू करने के लिए योग, मेडिटेशन, विपश्यना आदि करना चाहिए। कांग्रेस को भी उन्हें ब्रेक देने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि खुद से तो वे कुर्सी छोड़ेंगे नहीं।