राठौड़ v/s डोटासरा: गोविंद सिंह डोटासरा बोले- ये बौखलाए लोग हैं कुछ भी बोल सकते हैं, चूरू से चुनाव नहीं लड़ेंगे और लड़े तो हारेंगे राठौड़

डोटासरा ने भड़कते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सीकर के लक्ष्मणगढ़ में मुझ पर बयानबाजी करने की जगह अगर प्रदेश की सरकार की कमियां और मोदी जी की उपलब्धियां बताते तो ज्यादा अच्छा होता। 

Rajendra Rathore vs Govind Singh Dotasra

जयपुर | सीकर के लक्ष्मणगढ़ से शुरू हुई भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है।

गोविंद सिंह डोटासरा को लेकर अहंकारी रावण वाला बयान देने के बाद से पीसीसी चीफ डोटासरा नेता प्रतिपक्ष पर लगातार हमलावर बने हुए हैं। 

सोमवार को डोटासरा ने एक बार फिर से राठौड़ पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि ये बौखला गए हैं। ऐसे में ये कब क्या कह दे इन्हें खुद पता ही नहीं रहता है। 

ये बौखलाए हुए लोग हैं

जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोटासरा ने भाजपा और राठौड़ पर हमला बोलते हुए कहा कि रावण विद्वान ब्राह्मण था, ये तो सभी मानते है। 

लेकिन, ये लोग चूकते नहीं है। ये कभी ब्राह्मणों तो कभी जाटों पर टिप्पणी करते हैं। ये बौखलाए हुए लोग हैं। ये बौखलाहट में कुछ भी बोल देते है।

मुझ पर बयानबाजी की जगह मोदी जी की उपलब्धियां बताते तो अच्छा था...

डोटासरा ने भड़कते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) सीकर के लक्ष्मणगढ़ में मुझ पर बयानबाजी करने की जगह अगर प्रदेश की सरकार की कमियां और मोदी जी की उपलब्धियां बताते तो ज्यादा अच्छा होता। 

लेकिन, वो तो हम एक-दो लोगों पर बोलने में लगे हुए हैं। इसके अलावा इनके पास कुछ है भी नहीं।

चूरू से नहीं लड़ेंगे राठौड़

डोटासरा यही चुप नहीं रहे उन्होंने ये भी साफ कह दिया कि राजेंद्र राठौड़ चूरू से चुनाव नहीं लड़ेंगे और अगर लड़ेंगे तो हारंेगे। 

वो सीनियर है इसलिए मैं उन पर कोई व्यक्तिगत आरोप नहीं लगाता। वरना मैंने उनकी बातें बताना शुरू की तो सुबह से शाम हो जाएं। ओछी बातें करना उनको ही मुबारक हो।

राजेंद्र राठौड़ ने दिया था ये बयान
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने दो दिन पहले ही पीसीसी चीफ डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा की सभा को संबोधित किया था। इस दौरान राठौड़ ने कहा था कि लक्ष्मणगढ़ में अहंकारी रावण के रूप में गोविंद डोटासरा कई प्रकार की चुनौती देते हैं।

मैं उन्हीं को कह करके जाता हूं कि गोविंदजी आप कभी मुझे ललकारते हैं, आप कभी किसी को ललकारते हैं। इस विराट सभा का वीडियो देख लेना, आप किस बिल में घुसोगे। आपको बिल भी नहीं मिलेगा, आपकी विदाई तय है।