विधायक दिव्या मदेरणा की जान को खतरा: गहलोत सरकार ने मुहैया करवाई वाई कैटेगिरी सुरक्षा

11 अप्रैल को भोपालगढ़ में जाखड़ और मदेरणा के समर्थक आपस में भिड़ गए थे। इस दौरान जाखड़ के समर्थकों ने विधायक दिव्या मदेरणा की एसयूवी पर हमला बोल दिया था  और खिड़की के शीशे तोड़ दिए थे।

जयपुर |  ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा एक बार फिर से चर्चा में छाई हुई है। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है।

दरअसल, जोधपुर के भोपालगढ़ में को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी के चुनाव के दौरान उन पर हमला होने के बाद ये कदम उठाया गया है। 

विधायक मदेरणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पर्यवेक्षक सुखजिंदर सिंह रंधावा और पार्टी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के सामने फीडबैक कार्यक्रम में अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे। जिसके बाद आलाकमानों ने उनकी मांग को तवज्जों देते हुए यह निर्णय लिया गया।

खबरों के मुताबिक 11 अप्रैल को भोपालगढ़ में जाखड़ और मदेरणा के समर्थक आपस में भिड़ गए थे। इस दौरान जाखड़ के समर्थकों ने विधायक दिव्या मदेरणा की एसयूवी पर हमला बोल दिया था  और खिड़की के शीशे तोड़ दिए थे।

इस बाबत नारायणराम जाट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस हमले के बाद विधायक ने सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया था।

सोशल मीडिया पर इस घटना की लोगों ने आलोचना की थी। इसके साथ ही इस हमले के बाद मारवाड़ का सियासी पारा गर्म हो गया था।

इस घटना के बाद सचिन पायलट और पूर्व प्रभारी अजय माकन तक ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी। 

पांच सशस्त्र गार्ड और दो पीएसओ रहेंगे मौजूद

इस घटना के बाद, राज्य की विशेष शाखा और डीआईजी सुरक्षा ओमप्रकाश ने विधायक दिव्या मदेरणा को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया, जिसमें अगले दो महीनों के लिए विधायक के साथ हर समय उनके आवास पर तैनात पांच सशस्त्र गार्ड और दो पीएसओ शामिल होंगे।

आशा है कि विधायक दिव्या मदेरणा के लिए किए गए सुरक्षा उपाय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और आगे किसी भी घटना को रोकने में प्रभावी होंगे।

राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों के लिए सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है। हालांकि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे उपायों की आवश्यकता है, लेकिन ये वर्तमान राजनीतिक माहौल की वास्तविकता है।