युवराज खूब मेहनत करते हैं: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का निशाना- सूटकेस में पहिए इसलिए होते हैं ताकि उसे सिर पर उठाया जा सके! 

राहुल गांधी कुली की यूनिफॉर्म पहने सिर पर लगेज का बोझा ढोते दिखे। लेकिन उनसे फिर बड़ी गलती हो गई। उन्होंने अपने सिर पर उस सूटकेस को उठाया जिसमें पहिए लगे थे। 

Gajendra Singh Shekhawat - Rahul Gandhi

जयपुर | सोनीपत में किसानों का दर्द जानने और उनके साथ खेतों में ट्रक्टर चलाकर और खेती कर सबकों चौंकाने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब कुली बनकर अपने सिर पर एक ऐसा सूटकेस उठा लिया जिसमें पहिए लगे हुए हैं। 

राहुल गांधी के इस काम को देख कर भी लोग चौंक गए हैं। इसके बाद से राहुल सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। 

दरअसल, गुरूवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आनंद विहार आईएसबीटी में राहुल गांधी कुली की यूनिफॉर्म पहने सिर पर लगेज का बोझा ढोते दिखे। 

लेकिन उनसे फिर बड़ी गलती हो गई। उन्होंने अपने सिर पर उस सूटकेस को उठाया जिसमें पहिए लगे थे। 

जिसके बाद वे एक बार फिर से लोगों और विपक्ष के निशाने पर आ गए। 

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने लिखा- नई-नई जानकारियांे के लिए युवराज खूब मेहनत करते हैं...

भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट कर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है। 

उन्होंने राहुल गांधी की ट्रोली बैग सिर पर उठाए हुए फोटो को शेयर करते हुए लिखा है कि कांग्रेसी मित्रों को आज पता चला होगा कि सूटकेस में पहिए इसलिए लगाए जाते हैं ताकि उसे सर पर इस तरह उठाया जा सके! 

ऐसी नई-नई जानकारियां सामने लाने के लिए उनके युवराज खूब मेहनत करते हैं।

कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा- जारी है भारत जोड़ों यात्रा

राहुल गांधी की कुलियों से मुलाकात के बाद कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए उनकी प्रशंसा की है।

पार्टी की ओर से कहा गया कि जननायक राहुल गांधी जी आज दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुली साथियों से मिले।

पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें रेलवे स्टेशन के कुली साथियों ने उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी। आज राहुल जी उनके बीच पहुंचे और इत्मीनान से उनकी बात सुनी। भारत जोड़ो यात्रा जारी है। 

आपको बता दें कि इससे पहले 7 जुलाई को राहुल गांधी हरियाणा के सोनीपत में किसानों का दर्द जानने पहुंचे थे। 

तब राहुल गांधी ने बरोदा विधानसभा क्षेत्र के मदीना गांव में खेतों  में जाकर ट्रैक्टर चलाया और धान बोने का काम भी किया था।