‘नारी के सम्मान में गुढ़ा मैदान में’: लाल डायरी के बाद अब राजेंद्र गुढ़ा चले ऊंट पर, गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ी रैली का ऐलान

गहलोत सरकार को गिरने से बचाने में अहम रोल निभाने वाले विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने मंगलवार को गहलोत सरकार के खिलाफ बुलंद हौसले के साथ ऊंट गाड़ी यात्रा शुरू की है। 

Rajendra Singh Gudha

जयपुर | Rajendra Gudha Camel Cart Yatra : राजस्थान विधानसभा में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) से लाल डायरी छिनने के बाद अब उन्होंने गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Govt) के खिलाफ हमला बोलने के लिए नया तरीका अपनाया है।

कभी गहलोत सरकार को गिरने से बचाने में अहम रोल निभाने वाले विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने मंगलवार को गहलोत सरकार के खिलाफ बुलंद हौसले के साथ ऊंट गाड़ी यात्रा शुरू की है। 

जिसमें वे ऊंट गाड़ी (Camel Cart) पर बैठकर रैली निकाल रहे हैं। गुढ़ा की इस ऊंट गाड़ी यात्रा को सचिन पायलट की जनसंर्घष यात्रा की तरह ही देखा जा रहा है। 

 ‘नारी के सम्मान में गुढ़ा मैदान में’

अपनी इस अनोखी संघर्ष यात्रा को लेकर विधायक गुढ़ा का कहना है कि वे महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे।

इस रैली की शुरूआत उदयपुरवाटी के झड़ाया नगर बालाजी से की गई है। उसके बाद प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।

इस दौरान उनके समर्थकों  की ओर से ‘नारी के सम्मान में गुढ़ा मैदान में’ की नारेबाजी की गई।

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रहेंगे। जिसके लिए वे अगले 5-7 दिनों में एक बड़ी रैली करने जा रहे हैं।

इस रैली में लगभग 50,000 लोग उनके समर्थन में उतरेंगे। इस रैली के बाद ही वे ये भी तय करेंगे कि उन्हें आगे क्या करना है। 

सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा से हो रही तुलना

लाल डायरी को लेकर पूरे देश की सुर्खियों में छाए पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ये ऊंट गाड़ी यात्रा गहलोत सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का नया तरीका है। 

राजनीतिक गलियारों में इसे पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा की तरह से देखा जा रहा है। 

पायलट ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अजमेर से जयपुर तक जनसंघर्ष यात्रा निकाली थी। जिसमें वे अजमेर से पदल मार्च करते हुए जयपुर पहुंचे थे।

राजेंद्र गुढ़ा भी उन्हीं की तर्ज पर ये यात्रा निकालते दिख रहे हैं। हालांकि इस दौरान वे पैदल नहीं बल्कि ऊंट गाड़ी पर दिखाई दे रहे हैं।

राजेंद्र गुढ़ा ने पहले गंवाया मंत्री पद फिर पार्टी से निष्कासित

गौरतलब है कि सोमवार को राजस्थान विधानसभा में जोरदार ड्रामा देखने को मिला था। 

अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल चुके पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अपने वादे के मुताबिक विधानसभा में लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। 

सदन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने लाल डायरी जैसे ही विधानसभा में दिखाई तो जोरदार हंगामा हो गया। 

स्पीकर सीपी जोशी की बात की अवमानना करने के बाद गुढ़ा को सदन से बाहर कर दिया गया। 

सदन से बाहर आने के बाद गुढ़ा ने गहलोत सरकार के आला मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाया है कि धारीवाल ने मुझे लात मारी और गिरा दिया और रफीक खान ने मुझसे हाथापाई की।