गहलोत सरकार को गुढ़ा की चेतावनी: मुझे जेल में डाले तो सही, समाचार हो जाएंगे खत्म, राजे ने डाला था जेल में, उनके समाचार हो गए लुप्त

गुढ़ा ने कहा कि मुझे वसुंधरा राजे ने जेल में डाला था, लेकिन 38 दिन तक जेल में रहने के बाद भी घोड़ा अपने दम पर खड़ा रहा, लेकिन वसुंधरा जी के समाचार समाप्त हो गए। 

Rajendra Gudha

जयपुर | लाल डायरी को लेकर पूरे देश की राजनीतिकों गरमाने वाले गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा एक बार फिर से चर्चा में हैं।

जहां सीएम गहलोत ने सोमवार को राजस्थान के 19 नए जिलों और 3 संभागों की स्थापना कर वाहवाही लूटी है।

वहीं दूसरी ओर, उनके बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने उन पर जमकर निशाना साधा है। 

गुढ़ा नवगठित नीमकाथाना जिले के स्थापना समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सीएम गहलोत से उन्हें जेल में डालने की मांग की है!

इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, मुझे माफी मांगने के लिए कहा गया है मैं माफी क्यों मांगू ?

विधानसभा में मणिपुर की बात कर रहे थे, जो 3 हजार किलोमीटर दूर है। 

मैंने बस इतना सा कहा- पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखे, राजस्थान बलात्कार के मामले में नंबर वन बना हुआ है। 

दरअसल, राजेंद्र गुढ़ा विधान सभा में लाल डायरी लहराने के बाद से चर्चा में बने हुए हैं और इन दिनों में अलग-अलग जगहों पर घूम कर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। 

राजे ने डाला था जेल में 

गुढ़ा ने कहा कि मुझे वसुंधरा राजे ने जेल में डाला था, लेकिन 38 दिन तक जेल में रहने के बाद भी घोड़ा अपने दम पर खड़ा रहा, लेकिन वसुंधरा जी के समाचार समाप्त हो गए। 

मुझे जेल में डाल ले तो सही, आपके समाचार भी हो जाएंगे खत्म 

इसके बाद उन्होंने कहा कि अशोक जी से मैं कहना चाहता हूं कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए हमेशा के लिए राजस्थान से आपके समाचार खत्म हो जाएंगे। 

राजस्थान में लोग कहेंगे कि अशोक गहलोत भी कोई था। राजेंद्र गुढ़ा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। 

उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र कुड़ा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अशोक गहलोत को पहचानने में उनसे भूल हो गई।

जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सड़क जाम करने के एक मामले में मुझे जेल भिजवाया था उसी तरह अब अशोक गहलोत भी मुझे मुकदमों में फंसाकर जेल भेजना चाहते हैं।

गुढा ने कहा मैं जो जेल जाकर पहले भी खड़ा हो गया था और फिर खड़ा हो जाऊंगा लेकिन जिस तरह से वसुंधरा राजे के समाचार समाप्त हुए उसी तरह से अशोक गहलोत के बीच समाचार समाप्त हो जाएंगे।