ये सुविधा नहीं सजा होगी: गुढ़ागौड़जी नहीं होगा नीमकाथाना में शामिल, मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बड़ा दावा

मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बड़ा दावा सामने आया है।  मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, गुढ़ागौड़जी कभी भी नीमकाथाना में शामिल नहीं होगा।

rajendra singh gudha

झुंझुनूं  |  राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों प्रदेश में 19 नए जिलों की घोषणा तो कर दी, लेकिन उसके बाद से ही अधिकतर क्षेत्रों में विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो गई।

अधिकतकर क्षेत्र अपना पुराना जिला छोड़कर नए जिले में जाने को तैयार ही नहीं है।

जिसके चलते अब विरोध के सुर उठने लगे हैं। लोग लगातार इसका विरोध जता रहे हैं। यहां तक की गुढ़ा के पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने तो आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली है। 

उनका कहना है कि यदि गुढ़ागौड़जी को नीमकाथाना में मिलाया जाता है तो वे अपनी जान दे देंगे।

ऐसे में झुंझुनूं जिले की उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र को नए प्रस्तावित नीमकाथाना जिले में शामिल करने के बाद अब गुढ़ागौड़जी तहसील को भी उसमें मिलाने को लेकर लोगों में जमकर आक्रोश हैं।

इसके खिलाफ लोग लगातार आंदोलन करते दिख रहे हैं। यहां के क्षेत्रवासी गुढ़ागौड़जी को नए जिले नीमकाथाना में नहीं मिलाना चाहते हैं।

लोगों के इस विरोध के बीच अब मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का बड़ा दावा सामने आया है। 

मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, गुढ़ागौड़जी कभी भी नीमकाथाना में शामिल नहीं होगा।

उन्होंने दावा करते हुए इसे विपक्ष की चाल बताया है और कहा है कि  विपक्ष के लोग बेवजह झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

अबर एक झूठ को लगातार सौ या दो सौ बार बोला जाता है, तो वो सच जैसा दिखने लगता है।

यदि गुढ़ागौड़जी को नीमकाथाना में शामिल किया जाता है तो वह सुविधा नहीं सजा होगी। ऐसा कोई भी सरकार नहीं करना चाहेगी। 

इसलिए ये साफ है कि, गुढ़ागौड़जी को नीमकाथाना में शामिल करने का कोई भी निर्णय नहीं हुआ है।

आपको बता दें कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच विवाद के दौरान राजेंद्र गुढ़ा बगावत करते हुए पांच बसपा विधायकों के साथ कांग्रेस जॉइन कर ली थी।

इसका इनाम देते हुए  अशोक गहलोत ने गुढ़ा को प्रदेश में राज्यमंत्री बनाया था।

इसके अलावा राजेंद्र गुढ़ा ने विवादित बयान देते हुए कहा था मेरे गांव की सड़कें कटरीना कैफ की गालों जैसी बननी चाहिए। तब भी काफी हंगामा हुआ था।