’पायलट’ पर बड़ा दांव: चुनावों से पहले सचिन पायलट को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, हरिश चौधरी से मुलाकात

सचिन पायलट को कांग्रेस का राष्ट्रीय महामंत्री, कार्यसमिति सदस्य और राजस्थान की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।  वहीं दूसरी ओर ये भी माना जा रहा है कि पायलट को एक बार फिर से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा है। 

Sachin Pilot

जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 से पहले कांग्रेस पार्टी में बड़ा फेरबदल देने को मिल सकता है। 

चुनावों से पहले पार्टी आलाकमान सचिन पायलट को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी में हैं। 

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, जुलाई में राजस्थान कांग्रेस के नेताओं को लेकर बड़े फैसले होने वाले हैं। 

ऐसे पार्टी आलाकमान सचिन पायलट को कोई न कोई बड़ी  जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी में हैं। 

सचिन पायलट ने आज हरीश चौधरी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच एक घंटे से ज्यादा चर्चा हुई ।

राजस्थान की राजनीति के लिए यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट को कांग्रेस का राष्ट्रीय महामंत्री, कार्यसमिति सदस्य और राजस्थान की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। 

वहीं दूसरी ओर ये भी माना जा रहा है कि पायलट को एक बार फिर से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा है। 

सूत्रों की माने तो जुलाई के पहले सप्ताह तक ये सब फैसले लिए जा सकते हैं। 

गौरतलब है कि प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने बुधवार को खरगे से मुलाकात भी की थी। इससे पहले मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की भी खरगे और हरीश चौधरी की राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी।

जुलाई होने जा रहा कांग्रेस का बूथ सम्मेलन

जानकारी के अनुसार, जुलाई के मध्य में कांग्रेस एक बडे स्तर पर बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन करने की योजना बना रही है। 

इस सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी के भी सम्मिलित होने की चर्चा है।  जिसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 

कांग्रेस छत्तीसगढ़ में अपना चुकी है ये ट्रिक

आपको बता दें कि, आलाकमान कांग्रेस प्रदेशों में नेताओं के बीच सुलह कराने और सरकार रिपीट करने के लिए इस तरह का फॉर्मूला अपना चुके हैं। 

कांग्रेस में छत्तीसगढ़ में भी कुछ ऐसा ही किया था। सीएम भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता व मंत्री टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाकर दोनों नेताओं के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने में सफलता पाई है।