दौसा की धरती पर: पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा में सचिन पायलट ने कहा, हर गलती सजा मांगती है, आज नहीं तो कल न्याय होगा

पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे का नाम लेते हुए पायलट ने कहा कि वे महिला हैं और मुझसे बड़ी हैं लेकिन फिर भी मैं कहना चाहता हूं, कि आपने गलत आवंटन किया। पकड़े गए तो रद्द कर दी, लेकिन गलती तो हुई है। इसी तरह अशोक गहलोत की इशारा करते हुए कहा कि कोई कहता है कि हर गलती सजा मांगती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा न्याय करने वाला वो न

sachin pilot in dausa

जयपुर | कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर सचिन पायलट ने सम्बोधित किया। हालांकि उन्होंने किसी तरह की राजनीतिक बात कहने से इनकार किया। उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि गरीब परिवार में जन्म लेकर साफ दामन के साथ उंचा​इयों पर पहुंचना सबसे बड़ी सफलता है।

पायलट ने कहा कि आज से 23 साल पहले जब इसी धरती पर इसी रोड पर जब हादसा हुआ। हमारे बीच में वो नहीं रहे तो श्रद्धांजलि सभा में मैं वो दृश्य मुझे याद आ रहा था। आज से 23 साल पहले का।

जब मैं 22 साल का था और उनके जाने से जो कमी इस क्षेत्र को, हम सबको परिवार को हुई। वह शायद कभी नहीं हो सकती। परन्तु मुझे इस बात का संतोष है कि इस क्षेत्र की जनता ने मुझको, मेरे परिवार को कभी अहसास नहीं होने दिया कि स्वर्गीय पायलट साहब हमारे साथ नहीं है।

23 सालों में बहुत कुछ देखा और अनुभव रहे, लेकिन एक बात जो मैंने 23 साल पहले खुद को कही थी, अपने—आपको कही थी उस बात पर पहले भी अमल था और आज भी अमल करता हूं। 

राजेश पायलट ने फौज में पाकिस्तान के दांत खट्टे किए और राजनीति में भी मुस्तैदी से अपनी बात रखी। उस प्रकार की राजनीति आज इस देश की जरूरत है। विपरीत हालातों राजनीतिक लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। हम चाहते हैं कि स्वच्छ राजनीति हो, भ्रष्ट लोग और भ्रष्टाचार की कोई जगह ना हो, किसानों और युवाओं के निराशा दिखती है तो मन नहीं करता मेहनत करने का।

नौ जवान के मन में निराशा आती है तो देश प्रगति नहीं कर सकता। मैंने हर मोर्चे, जगह पर पक्ष या विपक्ष में नौजवानों के हितों की बात की है, उनके जीवन को बेहतर बनाने की बात की है।
इस मौके पर मैं कोई राजनीतिक बात नहीं करना चाहता। जो प्रेम आपकी आंखों में दिख रहा है, वह आपका आशीर्वाद है।

चुनौती का समय आया तो दौसा के लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद देकर इस लायक बनाया कि मेरी आवाज में बुलंदी आ सके। मेरा विश्वास और वादे से पीछे नहीं हटूंगा। 

किसी पद पर हों या ना हों, परन्तु जनता हमेशा तौल कर रखती है। मेरे लिए जनता के बीच में जनता का विश्वास और जनता के वादे राजनीति में सबसे बड़ी पूंजी है। बीते बीस—25 सालों में लोगों के विश्वास को तोड़ने का काम कभी नहीं किया और न कभी करूंगा। उन्होंने कहा कि जनता के दिल की बात बोलता हूं।

मानसिक—आर्थिक दिवालियापन पर बोले
आर्थिक सम्बल वाली योजनाओं के मुद्दे पायलट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि आर्थिक दिवालिया वाली बात ठीक नहीं है। साथ ही युवाओं की मांग उठाने पर लोग मानसिक दिवालियापन वाली बात पर अशोक गहलोत पर भी निशाना लगाया।

सरकार के मुद्दों पर बोले
हमारे राज में यदि कोई कमी है तो हमें औरों को दोष देने की जरूरत नहीं है। कोटा में बच्चों की मौत के मामले में जब मैंने मुद्दा उठाया तो बच्चों के लिए अस्पताल का ऐसा निर्माण हुआ कि आज मौतें नहीं होती।

राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया
सचिन पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया। उन्होंने 2014 में प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने के के बाद उन्होंने 365 दिन संघर्ष किया।

गहलोत और वसुन्धरा राजे का भी जिक्र
पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे का नाम लेते हुए पायलट ने कहा कि वे महिला हैं और मुझसे बड़ी हैं लेकिन फिर भी मैं कहना चाहता हूं, कि आपने गलत आवंटन किया। पकड़े गए तो रद्द कर दी, लेकिन गलती तो हुई है। इसी तरह अशोक गहलोत की इशारा करते हुए कहा कि कोई कहता है कि हर गलती सजा मांगती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा न्याय करने वाला वो नीली छतरी वाला है और वहां न्याय होगा ही होगा।