15 दिन पहले ही बना लिया था प्लान: पुलिस के सामने उगले राज, हत्या कर यहां ली थी शरण, अब 2 दिन के पुलिस रिमांड पर
आरोपी साहिल की हिमाकत तो देखिए, उसे अपने इस कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है। ये बात भी सामने आ रही है कि साहिल की असलियत साक्षी को पता चल गई थी और इसीलिए वह उससे दूरी बनाना चाहती थी।
नई दिल्ली | Sakshi Murder Case: देश को दहलाने वाले दिल्ली के साक्षी मर्डर केस में नए खुलासे हो रहे हैं।
आरोपी साहिल पुलिस के सामने कई राज उगल रहा है। पुलिस ने आरोपी साहिल को कोर्ट में पेश करते हुए 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। वहीं, सोमवार शाम को साक्षी का अंतिम संस्कार हो गया ।
गौरतलब है कि दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में सिरफिरे आशिक ने एक नाबालिक छात्रा साक्षी की चाकू से गोद-गोद कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी।
सरेराह और सरेआम आरोपी साहिल साक्षी पर चाकू और पत्थर से वार किए जा रहा था और वहां से गुजर रहे लोग तमाशबीन बनकर उसे देख रहे थे।
इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
अपने कृत्य पर साहिल को कोई पछतावा नहीं
लड़की की हत्या करने के बाद आरोपी साहिल मौके से फरार हो गया। जिसे पुलिस ने यूपी के बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस को उससे अभी तक चाकू बरामद नहीं हुआ है।
जानकारी में सामने आया है कि साहिल ने हत्या करने के बाद रिठाला में किसी जगह पर चाकू को छिपाया है। आरोपी साहिल ने 15 दिन पहले ही साक्षी की हत्या का प्लान बना लिया था।
आरोपी साहिल की हिमाकत तो देखिए, उसे अपने इस कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है।
ये बात भी सामने आ रही है कि साहिल की असलियत साक्षी को पता चल गई थी और इसीलिए वह उससे दूरी बनाना चाहती थी।
साहिल ने अपना पूरा नाम नहीं बताया था। साहिल हिंदू होने का दावा करता था। वो गले में रुद्राक्ष की माला पहनता था और कलवा बांधता था।
हत्या करने के बाद पहुंच गया बुआ के घर
पुलिस के अनुसार, आरोपी साहिल 16 साल की नाबालिक साक्षी की हत्या करने के बाद मौके से फरार होकर यूपी के बुलंदशहर स्थित अपनी बुआ के घर जाकर छिप गया।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस को उसके मोबाइल की लोकेशन से उसके बुलंदशहर में होने का पता चला। जहां से पुलिस ने उसे दबोच लिया। इलाके के लोग उसे 'सन्नी' के नाम से जानते थे।
दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी इलाके में हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद सांसद हंस राज हंस मंगलवार को शाहबाद डेयरी इलाके में स्थित साक्षी के घर पहुंचे और उसके परिवार से मिले।
सांसद हंस राज हंस ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस खबर से बेहद भावुक हो गए।
पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली बीजेपी के नेता वीरेंद्र सचदेवा और मुझे यहां मिलने के लिए भेजा है। हम इस घड़ी में परिवार के साथ है।