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सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के जनता को मुफ्त बिजली देने के वादे के बीच जून में 2.89 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है।
कर्नाटक | कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा से सत्ता छीनने के बाद लगता है कि कांग्रेस पार्टी अपने मुफ्त बिजली के वादे को लेकर जनता से छलावा करती नजर आ रही है।
मंगलवार को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के जनता को मुफ्त बिजली देने के वादे के बीच जून में 2.89 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के दौरान घोषणा की थी कि अगर वह सत्ता में आती है तो जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।
लेकिन सत्ता में आने के बाद सिद्धारमैया सरकार ने तुरंत कर्नाटक में बिजली की दरों में जून में 2.89 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी कर दी है।
ऐसे में अब कर्नाटक की जनता को 200 यूनिट से अधिक बिजली खर्च करने पर उन्हें इस महीने 2.89 रुपये प्रति यूनिट की अतिरिक्त राशि का भुगतान करना होगा।
अब ये तो वहीं बात हुई कि कान इधर से पकड़ों या उधर से। पकड़ा तो का ही गया।
इसी तरह कांग्रेस सरकार ने 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त तो कर दी।
लेकिन इससे ज्यादा उपभोग होने पर प्रति यूनिट बिजली के दामों बढ़ोतरी करके मुफ्त का हिसाब बराबर कर लिया है!
ऐसे समझे
यह अतिरिक्त लागत ईंधन और बिजली खरीद लागत समायोजन (एफपीपीसीए) है और इसमें अप्रैल से बकाया शामिल है।
जून से यही 1.49 रुपये प्रति यूनिट का एफपीपीसीए लगाया जाएगा।
इसके अतिरिक्त अप्रैल और जून से 70 पैसे $ 70 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। जिसके कारण कुल मूल्य वृद्धि, यदि कोई दी गई 200 इकाइयों को पार करता है, तो यह 2.89 रुपये प्रति यूनिट होगी।