राजे का फूटा गुस्सा: कहा-’शर्म बची होती तो इस्तीफा देते’... अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो राज्य का क्या होगा?
प्रदेश में बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर राजे ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है। राजे ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर शर्म बची होती तो इस्तीफा दे देते। उन्होंने कहा कि अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो राज्य का क्या होगा?
जयपुर | राजस्थान में विधान सभा चुनावों को लेकर अब वसुंधरा राजे काफी एक्टिव दिखाई दें रही हैं।
राजे किसी भी मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार को बख्शने के मुड में नहीं दिख रही हैं।
अब राजस्थान में महिलाओं, लड़कियों और दलितों के साथ हो रहे अपराध को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गुस्सा फूट पड़ा है।
प्रदेश में बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर राजे ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है।
राजे ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर शर्म बची होती तो इस्तीफा दे देते।
उन्होंने कहा कि अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो राज्य का क्या होगा?
वैसे भी राजस्थान में चुनावी साल है और पक्ष-विपक्ष एक दूसरे की टांग खींचने में लगा हुआ है।
ऐसे में शुक्रवार यानि आज वसुन्धरा राजे ने गहलोत सरकार पर महिलाओं के मुद्दे और कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
आपराधिक घटनाओं पर चुप क्यों सरकार
राजे ने जोधपुर में हुई आपराधिक वारतदातों का जिक्र करते हुए कहा कि सीएम गहलोत के गृह जिले में महिलाओं के खिलाफ लगातार हैरान कर देने वाली घटनाएं सामने आ रही है, लेकिन इन घटनाओं पर किसी का मुंह नहीं खुल रहा है कोई भी इन पर बोलने के लिए तैयार नहीं है।
राजे ने अपने बयान में कहा कि राजस्थान में अब ये हालात हो गए हैं कि छोटी बच्चियों को भी बख्शा नहीं जा रहा है। जिसके चलते माता-पिता अपनी स्कूल जाने वाली बेटियों के लिए चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि हाल में एक दलित महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया जिसमें पुलिसकर्मी खुद शामिल थे।
कुर्सी पर रहने का हक नहीं
राजे ने महिलाओं सुरक्षा को लेकर राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और कहा कि राजस्थान में आज हर दिन रेप और हत्याओं की घटनाएं सामने आ रही हैं।
इसी के साथ राजे ने ये भी कहा कि राजस्थान में हर दिन औसतन 18-19 रेप और 5-7 हत्या की घटनाएं हो रही हैं और ये रोकने में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है।
ऐसे में तो गहलोत को एक दिन भी कुर्सी पर रहने का हक नहीं है।
दुष्कर्म की घटनाओं में राजस्थान नंबर वन प्रदेश
राजे ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की धज्जियां सरेआम उड़ रही है। महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों में राजस्थान सबसे टॉप है, लेकिन अपराध रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराधिक घटनाएं राजस्थान में हुई हैं। 54 महीने में 10 लाख से अधिक घटनाएं हुई हैं।
महिलाओं के साथ अत्याचार और दुष्कर्म के 2 लाख मुकदमें दर्ज़ कराए गए हैं।
दुष्कर्म की घटनाओं में राजस्थान नंबर वन प्रदेश बन गया है।