‘बिपरजॉय’ का खौफ: दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में मचा सकता है तबाही, इन जिलों में अलर्ट, यहां खाली कराए जा रहे इलाके

चक्रवाती तूफान ’बिपरजॉय’ के गुजरात तट से टकराने के बाद दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में इसका असर शुरू हो जाएगा।  जिसके चलते प्रदेश के कई जिलों में इसका असर देखा जाएगा। हालांकि इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के हिस्सों पर दिखाई देगा। 

जयपुर |  अरब सागर में उठा चक्रवाती ’बिपरजॉय’ तूफान अब और भी खतरनाक हो चुका है। जिसके चलते आगामी तीन से पांच दिन के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है। 

’बिपरजॉय’ एक तूफान नहीं बल्कि भारी तबाही है। नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से संबंधित हालात की समीक्षा की है।

मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान ’बिपरजॉय’ को लेकर पहले ही कई राज्यों को गंभीर चेतावनी दे दी गई है। 

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ’बिपरजॉय’ 15 जून की दोपहर में कच्छ के मांडवी से लेकर कराची के बीच भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास टकराने वाला है।

जिसका सीधा असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। राजस्थान में भी मौसम पलटी मारेगा और भीषण आंधी तूफान आने की संभावना जताई जा रही है। 

तूफान की भीषणता को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने 67 ट्रेनों को रद्द कर दिया हैं। जिनमें 5 ट्रेनें तो राजस्थान से होकर चलती हैं।

दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में ज्यादा दिखेगा असर

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान ’बिपरजॉय’ के गुजरात तट से टकराने के बाद दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में इसका असर शुरू हो जाएगा। 

जिसके चलते प्रदेश के कई जिलों में इसका असर देखा जाएगा। हालांकि इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के हिस्सों पर दिखाई देगा। 

तेज आंधी और भारी बारिश का दौर शुरू होगा। जिसके लिए मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी है। 

तूफान के असर से राज्य के कई जिलों में 60 से 65 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।

मौसम विभाग की मानें तो 15 जून को उदयपुर और जोधपुर संभाग में बारिश हो सकती है। 

16 जून को बाड़मेर, जालोर, जैसलमेर, सिरोही और उदयपुर जिले में भारी बारिश की आशंका है। 

17 जून को अजमेर संभाग में भारी बारिश के आसार है। 

गुजरात में भारी तबाही की आशंका

चक्रवात बिपरजॉय से समुद्र में शुरू हुई हलचल लगातार बढ़ती जा रही है। 

जिसका असर गुजरात से लेकर मुंबई तक साफ देखा जा रहा है। अरब सागर ने खौफनाक रूप दिखाना शुरू कर दिया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात तट से टकराने के बाद चक्रवात की स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। 

इससे गुजरात राज्य के तटीय इलाकों में भारी तबाही की आशंका है।

ऐसे में इस खतरे को भांपते हुए समुद्री इलाकों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। 

अभी तक प्रशासन ने 8000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।