वीजीयू में सफलता के मंत्र पर परिचर्चा : सफलता दिन-ब-दिन दोहराए जाने वाले छोटे-छोटे प्रयासों का कुल योग- अर्जुन राम मेघवाल

सफलता दिन-ब-दिन दोहराए जाने वाले छोटे-छोटे प्रयासों का कुल योग- अर्जुन राम मेघवाल

Arjun Ram Meghwal

जयपुर स्थित विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी (NAAC A+) में शुक्रवार को ‘सफलता के मंत्र’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले विशेषज्ञ शामिल थे। विद्यार्थियों के साथ ऐसे व्यक्तित्व को परिचर्चा में शामिल किया गया, जो समाज के धरोहर के रूप में विराजमान है।

ऐसे सफल व्यक्तियों ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि जीवन में उपलब्धि हासिल करने वाले पैदाइशी प्रतिभावान नहीं होते, लेकिन उनमें 'मैं यह कर सकता हूं' सोचने और उसे क्रियान्वयन करने की क्षमता होनी चाहिए।

मनुष्य का मन जो एक बार सोच ले वो उसे हर हाल में प्राप्त कर लेता है। लेकिन उसके लिए हमें कड़ी मेहनत और ईमानदारी की जरूरत होती है। जीवन में सफलता दिन-ब-दिन दोहराए जाने वाले छोटे-छोटे प्रयासों का कुल योग है।

कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. भरत सहारन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि आज हम अपने जीवन के लक्ष्यों और उपलब्धियों के बारे में जो चर्चा कर रहे हैं, उसके लिए विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर को बहुत बहुत आभार जो इस प्रकार के आयोजन में हमें शामिल किया। वीजीयू में पैनल चर्चा के लिए कई अतिथि पैनलिस्टों को आमंत्रित किया गया था।

इनमें डॉ. भरत सहारन, जस्साराम, डॉ. वीरेंद्र सिंह, मदनलाल, बदन सिंह शामिल थे। अचीवर्स पैनल डिस्कशन के मुख्य अतिथि माननीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एवं विशिष्ट अतिथि विजय पूनिया थे।

अतिथि पैनलिस्ट में विभिन्न क्षेत्रों से शामिल विशेषज्ञ जो चिकित्सा, इंजीनियरिंग, सिविल सेवा, व्यवसाय और उद्यमिता आदि से थे। सभी ने छात्रों को प्रेरित करने के लिए अपनी सफलता की कहानियों और अपनी यात्रा को साझा किया और उन्हें अपने लक्ष्यों को निर्धारित करने के लिए प्रेरित करते हुए एक रोड मैप तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया।

डॉ. सहारन पैनल चर्चा के मॉडरेटर थे और उन्होंने लक्ष्यों को निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने के महत्व के बारे में अपनी राय और विचार साझा किए। अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले अन्य अतिथियों ने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। वीजीयू परिवार के गणमान्य लोगों ने अतिथि पैनलिस्टों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।

तत्पश्चात मुख्य अतिथि अर्जुन राम मेघवाल, विजय पूनिया एवं वीजीयू परिवार के अन्य गणमान्य व्यक्ति मंच पर उपस्थित रहे। गरिमा बागरिया ने श्रोताओं के समक्ष मंच पर उपस्थित अतिथियों का परिचय कराया और समाज में उनके योगदान का एक संक्षिप्त विवरण दिया।

तत्पश्चात  अनिल बगरिया ने श्रोताओं को संबोधित किया और उन्होने मुख्य अतिथि अर्जुन राम मेघवाल के प्रमुख उपलब्धियों को बताते हुये विद्यार्थियों के समक्ष उनका परिचय कराया।

कार्यक्रम के अंत में वीजीयू के अध्यक्ष प्रो. विजयवीर सिंह ने मंच पर उपस्थित अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करते हुये वीजीयू के उपलब्धियों के बारे में बताया कि हिंदुस्तान का यह पहला प्राइवेट विश्वविद्यालय है जो इतने कम समय में NAAC A+ को प्राप्त किया है साथ में यह भी कहा कि आने वाले समय में इस विश्वविद्यालय में देश व विदेश के लगभग 10000 से ज्यादा विद्यार्थी होंगे।

यह एक प्रेरक आयोजन था जिसे वीजीयू परिवार के प्रयासों और उत्साह से सफल बनाया गया । विश्वविद्यालय भविष्य मे ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन करता रहेगा, जिनसे विद्यार्थी अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकें।

साथ ही विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम पानाश का आयोजन किया गया जिसमे पहला दिन एथनिक दिवस के रूप में मनाया गया जहाँ देश के अलग अलग  राज्यों के परिधान और संस्कृति को प्रस्तुत किया गया , साथ ही एरीना स्टेज सिंगिंग कॉम्पिटिशन , वॉर ऑफ़ डी जे, घुमाटा रंग जैसी कई कार्यक्रम हुये ।