एक्शन में राजस्थान कांग्रेस: गुढ़ा का गया मंत्री पद, दिव्या मदेरणा हो गई तलब, रंधावा ने सफाई देने के लिए बुलाया

अब कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा पर भी गाज गिरती दिख रही है।  पार्टी ने उन्हें सरकार के खिलाफ बयानबाजी को लेकर तलब किया है। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मदेरणा को अपनी सरकार पर सवाल खड़े करने को लेकर सफाई देने के लिए बुलाया है।

Divya Maderna - Rajendra Gudha

जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी पूरे एक्शन मोड में आ गई है। 

ऐसे में अब जिसकी भी जुबान कांग्रेस पार्टी या सरकार के लिए फिसल रही है उस पर तुरंत एक्शन लिया जा रहा है। 

जिसका उदाहरण सीएम गहलोत ने अपने ही मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करके दे दिया है। 

इसके अलावा अब कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा पर भी गाज गिरती दिख रही है। 

पार्टी ने उन्हें सरकार के खिलाफ बयानबाजी को लेकर तलब किया है।

राजस्थान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जोधपुर के ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा को अपनी सरकार पर सवाल खड़े करने को लेकर सफाई देने के लिए बुलाया है।

दिव्या मदेरणा क्यों हुईं तलब ?

गौरतलब है कि ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भी अपनी ही सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया था। 

हाल ही में दिव्या मदेरणा ने कहा था कि मैं क्या बताऊं मैं तो खुद ही सुरक्षित नहीं हूं।

पुलिस की मौजूदगी में मुझ पर हमला हो जाता है। मुझ पर हमला करने वाले आरोपी को आज तक पकड़ा ही नहीं जा सका। 

डोटासरा ने जताई थी नाराजगी

विधानसभा चुनाव सिर पर है और उससे पहले ही कांग्रेस पार्टी के नेता ही अपनी पार्टी पर सवाल खड़े करते दिख रहे हैं। ऐसे में 
दिव्या मदेरणा के इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नाराजगी जताई थी।

इसके साथ ही डोटासरा ने उन्हें पार्टी प्लेटफार्म पर बात रखने की नसीहत भी दी थी। 

दरअसल, दिव्या मदेरणा ने जोधपुर में सामने आई गैंगरेप की वारदात और ओसियां में चार लोगों के हत्याकांड के बाद विधानसभा के बाहर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में घेर लिया था। 

ऐसा ही कुछ राजेंद्र गुढ़ा ने भी कर दिखाया। जहां सीएम गहलोत समेत पूरी कांग्रेस पार्टी मणिपुर में हुई दो महिलाओं के साथ हुई बर्बता की वारदात को भुनाते हुए मोदी सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं, वहीं राजस्थान में उनके ही नेता ऐसे मामलों में अपनी ही सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। 

इसी का खामियाजा गुढ़ा को भी भुगतना पढ़ा है। हालांकि गुढ़ा इससे पहले भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं।