चुनावों में वक्त बहुत कम : क्या राजस्थान आएगी रणदीप सिंह सुरजेवाला की टीम कर्नाटक की तर्ज पर होगा कैंपेन

राजस्थान में विधानसभा के लिए होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुत कम वक्त बाकी बचा है और कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक कैम्पेन के मूड में आ चुकी है. फिलहाल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक तरफ से इस कैम्पेन की कमान संभाले हुए है और भाजपा चौतरफा घेर रहे है.

ashok gehlot and randeep singh surajewala

राजस्थान में विधानसभा के लिए होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुत कम वक्त बाकी बचा है और कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक कैम्पेन के मूड में आ चुकी है. फिलहाल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक तरफ से इस कैम्पेन की कमान संभाले हुए है और भाजपा चौतरफा घेर रहे है. 

अशोक गहलोत इन दिनो ना केवल अपनी योजनाओं के बूते चुनावी कैम्पेन को धार दे रहे है बल्कि मंदिर और गाय जैसे मुद्दे भी उनके स्पीच में देखे जा सकते है. कर्नाटक से शुरू हुआ बजरंगबली के मुद्दे की धमक भी अब राजस्थान कांग्रेस के कैम्पेन में देखी जा सकती है. 

इसी बीच CM अशोक गहलोत ने इच्छा जाहिर की है कि चुनाव से दो महीने पहले ही उम्मीदवारो की घोषणा कर दी जाए. जिसके बाद चर्चा तेज है कि राजस्थान में भी कांग्रेस कर्नाटक के स्टाइल में कैम्पेन करने वाली है. 

क्योकि कर्नाटक में भी कांग्रेस इस तरह का कैम्पेन कर चुकी है. जिसका बड़ा फायदा उसे चुनावों में हुआ था. जिसके बाद उसी फॉर्मूले को राजस्थान में लागू करने की तैयारी है. 

ना केवल कर्नाटक के फॉर्मूले को राजस्थान में लागू किया जाएगा बल्कि भीतरखाने में चर्चा है कि जिस टीम ने कर्नाटक इलेक्शन कैम्पेन में धार दी थी उसी टीम को चुनावों से पहले राजस्थान में उतारने की तैयारी है. 

चर्चा तो यह भी है कि कांग्रेस के रणनीतिकार रणदीप सिंह सुरजेवाला की रणनीति का फायदा कांग्रेस राजस्थान में ले सकती है. क्योकि कर्नाटक चुनाव के बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला का दिल्ली आलाकमान के बाद कद बढ़ा है और चर्चा है कि मल्लिकार्जुन खरगे की टीम में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. 

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कर्नाटक में जिस तरह से धारदार कैम्पेन कर भाजपा के चारों खाने चित्त कर दिए उसके बाद उनका नाम आलाकमान  की मेरिट लिस्ट में टॉप पर है और ना केवल राजस्थान  बल्कि दूसरे प्रदेशों के चुनाव में भी बैकरूम की जिम्मेदारी उन्हें दी जा सकती है.