CM Nitish Kumar shameful statement: नीतीश कुमार के बयान की निंदा, बोले-विधानसभा एक पवित्र जगह है ओवैसी और मोदी ने लिया आड़े हाथ
Read about Bihar Chief Minister Nitish Kumar's public apology for his recent statement in the Bihar Vidhan Sabha concerning sex education. Explore the context and implications of his apology in this insightful article.
jaipur/Rajasthan
आए दिन नेता महिलाओं पर उल जलूल बयान देते रहे हैं। हाल ही में नया वाकया सामने आया है बिहार विधानसभा का, जहां सीएम नीतीश कुमार ने लड़कियों की शिक्षा और जन्म-दर नियंत्रण को लेकर बयान दिया था,
जिसे लेकर काफी विवाद हो रहा है। नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में जिस भाषा का इस्तेमाल किया था आमतौर पर सभ्य समाज में और परिवार के बीच कोई भी इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने से बचता है।
इसलिए नीतीश कुमार विवादों में आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पहले विधानसभा परिसर में सीएम नीतीश का घेराव किया। उन्हें सदन के अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार विधान परिषद के रास्ते सदन में गए। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने अपने बयान पर माफी मांगी।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) ने भी सीएम नीतीश कुमार के बयान की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि विधानसभा (Vidhansabha) एक बड़ी पवित्र जगह होती है। वह रोड या चारदीवारी के अंदर बैठकर बात करने की जगह नहीं है।
वह एक प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister) हैं। वहां पर वह जिस तरह से उन्होंने बयानबाजी की वह काफी अभद्र किस्म की भाषा थी।
उसको वह कह सकते हैं कि जब महिलाएं ज्यादा पढ़ेंगी तो वह अपनी औलाद को कब पैदा करना है, वह अपने आप तय कर लेंगी। पर बजाए जिस अभद्र तरीके से सीएम नीतीश कुमार ने इसका विश्लेषण किया फिर चाहे बयानों से हो या इशारों से।
यह काफी गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है। आप बिहार की विधानसभा में खड़े होकर बोल रहे हैं। यह कोई सिनेमाघर या थियेटर नहीं है। आप रोड पर खड़े होकर नहीं बोल रहे थे। आपका यह अभद्र बयान काफी अनुचित था।
वहीं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि - सीएम नीतीश कुमार ने बी ग्रेड और मूर्खतापूर्ण बयान दिया है।
क्या विधानमंडल में सेक्स एजुकेशन (Sex education) का क्लास चल रहा था। उन्हें इस्तीफा देकर अति पिछड़ों को मुख्यमंत्री बना दिया जाना चाहिए।
वह जिस तरह से महिलाओं पर टिप्पणी कर रहे हैं, वह उनके मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है। सुशील मोदी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार (CM nitish kumar) ने पहली बार ऐसा बयान नहीं दिया है, इससे पहले भी वह कई बार महिलाओं का अपमान कर चुके हैं।
ये है पूरा मामला
बिहार विधानसभा में महिला साक्षरता और जनसंख्या नियंत्रण पर एक बयान दिया था जो काफी विवादों में आ गया इस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा
कि "मैं तो स्त्री शिक्षा के फायदे बता रहा था। बताया था कि कैसे लड़कियां पढ़-लिख गईं तो जन्म दर में कमी आयी। मैंने जो बात कही, वह सही थी।
लेकिन, इसकी चूंकि निंदा की जा रही है और लोगों को लग रहा है कि मैंने गलत बात की या गलत तरीके से कहा है तो मैं माफी मांगता हूं।
अपनी बात वापस लेता हूं।" मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार विधानमंडल में प्रवेश के साथ पहले मीडिया के सामने आकर यह बात कही।
सीएम नीतीश कुमार ने सदन के अंदर कहा कि अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बात वापस लेता हूं। मैं दुख प्रकट कर रहा हूं। मैं अपनी निंदा करता हूं। मेरी किसी शब्द के चलते किसी तो तकलीफ हुई है तो आप कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री शर्म करें।
मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं बल्कि दुख भी प्रकट करता हूं। लेकिन, आप लोग जान लीजिए महिलाओं के लिए बिहार में बहुत काम हो रहा है। आरक्षण को लेकर इतना काम हो रहा है।