मुख्यमंत्री के गृह नगर में भू-माफिया राज: जेडीए ने अपनी ही जमीन पर माफियाओं को दिया पट्टा 

- ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भू माफियाओं ने शुरू किया निर्माण कार्य  - स्काउट गाइड भवन के गेट के सामने ही शुरू किया निर्माण कार्य

जोधपुर | प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर में ही भू-माफियाओं के हौसले कितने बुलंद है इसका जीता जागता नमूना जोधपुर में देखने को मिला है। 

शहर की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण रोकने का जिम्मा जिस विभाग के कंधों पर है वही विभाग भू माफियाओं के साथ मिलकर अपनी ही जमीन पर पट्टे जारी कर रहा है। 

ऐसा ही एक मामला सामने आया है जोधपुर के चौपासनी जागीर के खसरा नंबर 43 में।

यहां कुछ भू माफियाओं ने जेडीए अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी भूमि पर न केवल पट्टा उठा लिया, बल्कि ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया। 

यहां तक कि स्काउट गाइड भवन के मुख्य दरवाजे के सामने ही नींव खोदकर निर्माण कार्य रातों-रात शुरू कर दिया। 

आज सुबह जब स्काउट गाइड अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने इसका विरोध किया और मौके पर काम रुकवाया। 

चौपासनी जागीर का खसरा नंबर 43 जेडीए की खातिरदारी में है, वही खसरा नंबर 44 बलदेव गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम से है। 

स्काउट गाइड के अधिकारियों का आरोप है कि भू माफियाओं ने जेडीए अधिकारियों से मिलीभगत कर सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया और उसके बाद यहां पट्टे भी उठा लिए। 

इसको लेकर पूर्व में भी स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार जेडीए, जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग की थी, लेकिन इसके बावजूद भी जेडीए अधिकारियों में अतिक्रमण हटाने की बजाय अतिक्रमणकारियों को रेगुलर करने का कारनामा कर दिया।

ग्रामीणों ने जब मुख्यमंत्री कार्यालय में इसकी शिकायत दर्ज कराई तो जिला कलेक्टर ने मुख्यमंत्री कार्यालय को मार्च 2022 में अवगत कराया कि इस खसरे का लेआउट प्लान अनुमोदित नहीं है और किसी भी व्यक्ति को सरकारी पट्टा जारी नहीं किया गया है,  हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले जेडीए ने इस भूमि पर पट्टा जारी कर दिया।

हाईटेंशन लाइन के नीचे पट्टे किए जारी

ग्रामीणों का आरोप है कि जिस खसरे पर जेडीए ने पट्टे जारी किए गए हैं उसके ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। 

नियमानुसार हाईटेंशन लाइन के नीचे पट्टे जारी नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन सभी नियमों को ताक में रखकर जेडीए अधिकारियों से मिलीभगत कर नियम विरुद्ध पट्टा जारी कर दिया।

स्काउट गाइड के छात्रों ने जताया विरोध 

स्काउट गाइड के अधिकारियों का कहना है कि स्काउट गाइड का मुख्य दरवाजा हाईवे पर निकलता है जिससे दुर्घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है इस को ध्यान में रखते हुए इस तरफ नया गेट बनाया गया था लेकिन कल देर रात भू माफियाओं ने गेट के सामने ही नींव खोदकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। 

उन्होंने कहा कि इस संबंध में जेडीए अधिकारियों से भी वार्ता की गई है और उन्हें इस पट्टे को खारिज करने के लिए कहा गया है। 

पूर्व में भी जेडीए ने हटाया अतिक्रमण 

स्थानीय लोगों ने इस संबंध में जब पूर्व में अतिक्रमण करने का प्रयास किया गया तो जेडीए में अपनी आपत्ति दर्ज कराई, जिसके बाद पूर्व में दो बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। 

इस बार भू माफियाओं ने अपनी ऊंचे रसूख के चलते इस भूमि पर पट्टा जारी करवा लिया और अब निर्माण शुरू किया है।

कॉलोनी के लेआउट प्लान में नहीं छोड़ा गया सुविधा क्षेत्र

चौपासनी जागीर के खसरा नंबर 44 में जो कॉलोनी काटी जा रही है इस कॉलोनी में लगभग 40 प्लॉट काटे गए हैं, लेकिन इस कॉलोनी के लेआउट में सुविधा क्षेत्र नहीं छोड़ा गया है। 

नियमानुसार किसी भी कॉलोनी के लेआउट प्लान में 40 प्रतिशत  तक सुविधा क्षेत्र छोड़ा जाना अनिवार्य है, लेकिन यहां भी नियमों को ताक में रखकर  कॉलोनी काट दी गई।