घर आना आपको चाय पिलांउगा: राजेंद्र राठौड़ ने पूछा सीएम का हाल, तो गहलोत बोले- घर आकर पूछते तो आपका कद बढ़ जाता

सीएम गहलोत का एक बड़ा ही मजाकियां अंदाज देखने को मिला जब उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को लपेटे में ले लिया। गहलोत ने राजेंद्र राठौड़ और भाजपा पर जमकर तंज कसे।

Ashok Gehlot - Rajendra Rathore

जयपुर | सियासी जादूगर के नाम से मशहूर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मजाकियां अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। 

मजाकियां अंदाज भी ऐसा की मजाक-मजाक में न जाने कब कौनसा कटाक्ष कर जाए। 

वैसे भी राजस्थान में विधानसभा चुनाव का माहौल पूरी तरह से तैयार हो चुका है और पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर शब्दों के बाण चलाने में लगे हुए हैं।

इसी बीच सीएम गहलोत का भी एक बड़ा ही मजाकियां अंदाज देखने को मिला। 

शनिवार की रात भी सीएम गहलोत के कुछ ऐसे ही मजाकियां अंदाज की गवाह बनी जब उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को लपेटे में ले लिया।

विधानसभा के सामने विधायकों के लग्जरी फ्लैट्स के उद्घाटन के मौके पर सीएम अशोक गहलोत ने राजेंद्र राठौड़ और भाजपा पर जमकर तंज कसे।

हालचाल पूछने की जगह मेरा मजाक उड़ाया

सीएम गहलोत ने राठौड़ से कहा कि मेरे पैर में चोट लगी है लेकिन मेरे हालचाल पूछने की जगह आपने और आपकी पार्टी के नेताओं ने मेरा मजाक उड़ाया। 

यह कहा कि पैर में कील लग गई है और चीफ मिनिस्टर नाटक कर रहे हैं।

सीएम गहलोत और राठौड़ सभी नेताओं के साथ मंच पर बैठे थे और सामने था पूरा मीडिया।

इस दौरान सीएम गहलो ने राठौड़ को अपना पैर दिखाते हुए कहा कि देखिए, मेरे दोनों पैर के अंगूठों में चोट लगी है। 

एक अंगूठे में पूरा नाखून बाहर आ गया और हेयर लाइन फ्रैक्चर है। दूसरे में नाखून बाहर नहीं आया, लेकिन इसके तीन टुकड़े हो गए हैं। 

इसके बाद सीएम ने उनसे मजाकियां अंदाज में कहा कि, अभी भी आप आश्चर्य कर रहे हो, ये आश्चर्य सच्चा वाला है या फिर आर्टिफिशियल? 

क्योंकि मैं आपकी बॉडी लैंग्वेज देख रहा हूं। आपका चेहरा पढ़ रहा हूं तो मुझे डाउट हो रहा है कि इसमें भी आप डाउट कर रहे हो क्या? आप आइए घर पर, मैं आपको चाय पिलाउंगा।

घर आकर पूछते तो आपका कद बढ़ जाता

दरअसल, कार्यक्रम में राजेंद्र राठौड़ ने सीएम गहलोत के हालचाल पूछे और कहा कि हम चाहते हैं आपकी दीर्घकालीन पट्टियां जल्द खुलें। 

बस फिर क्या था सीएम गहलोत ने भी दे दिया करारा जवाब। गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि मैं राठौड़ साहब का शुक्रिया अदा करता हूं कि इन्होंने मेरे जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

यह बहुत बड़ी बात है कि राजेंद्र राठौड़ साहब कामना करें, इनकी कामना को स्वीकार करने का मेरा हक बनता है। 

यह तो डेमोक्रेसी है। नेता प्रतिपक्ष को मेरे हालचाल जानने मेरे घर आना चाहिए था कि क्या हो गया? कहां लग गई?

अगर आप घर आते तो आपका कद और बढ़ जाता, यह डेमोक्रेटिक तरीका है।