sachin pilot jan sangharsh foot march: सचिन पायलट का चुनावी शंखनाद, पार्टी लाइन से अलग आज से जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत

जिस तरह 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने अपने अनशन से कांग्रेस विधायकों को दूर रखा था, इस बार 5 दिन के पैदल मार्च में भी सचिन पायलट ने विधायकों को इस पैदल मार्च में शामिल नहीं किया है। इससे साफ जाहिर होता है कि सचिन पायलट अकेले ही अपने समर्थकों के साथ यह यात्रा पूरी करेंगे और कोई विधायक उनके साथ नहीं चलेगा। 

sachin pilot jan sangharsh foot march

जयपुर।

राजस्थान में विधान सभा चुनावों से पहले सचिन पायलट अपनी ही सरकारे खिलाफ बड़ा कदम भी उठाने जा रहे हैं। आज अजमेर के RPSC हेडक्वार्टर से सचिन पायलट अपने समर्थकों के साथ जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत कर रहे हैं जो 5 दिन तक चलेगी। पायलट अजमेर से जयपुर तक पदयात्रा निकालेंगे।

पायलट का यह पैदल मार्च करीब 125 किलोमीटर लंबा होगा जिसमें 5 दिन का समय लगेगा। इस पैदल मार्च में पायलट जनता से रूबरू होंगे और प्रदेश में पेपर लीक, भ्रष्टाचार और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाएंगे। 

सचिन पायलट विधायक साथ नहीं चलेंगे 

जिस तरह 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने अपने अनशन से कांग्रेस विधायकों को दूर रखा था, इस बार 5 दिन के पैदल मार्च में भी सचिन पायलट ने विधायकों को इस पैदल मार्च में शामिल नहीं किया है। इससे साफ जाहिर होता है कि सचिन पायलट अकेले ही अपने समर्थकों के साथ यह यात्रा पूरी करेंगे और कोई विधायक उनके साथ नहीं चलेगा। 

राजस्थान की सियासत में उबाल

राजस्थान की राजनीति में आ रहे उबाल में 9 मई को उस समय जबरदस्त भूचाल आ गया जब सीएम गहलोत के विरूद्ध सचिन पायलट ने खुलकर मोर्चा खोल दिया।

सचिन पायलट ने 9 मई को एक प्रेस कॉंफ्रेस करते हुए सीएम गहलोत को निशाने पर लिया और गहलोत के आरोपों का खुलकर जवाब दिया।इसी के साथ पायलट ने 11 मई यानि आज से अजमेर से ’जनसंघर्ष पैदल मार्च निकालने का ऐलान भी किया।

जब पायलट को गहलोत के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोका गया तो उन्होंने आलाकमान को अपने जवाब में कहा, आखिर उनको ही हर बार क्यों रोक दिया जाता है जबकि आलाकमान कभी गहलोत को कुछ नहीं कहता है।