सिरोही में ACB की कार्रवाई: सुजानाराम के पास करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा

राजस्थान में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई: परिवहन निरीक्षक सुजानाराम चौधरी के 7 ठिकानों पर ACB का छापा, करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा

जयपुर, 26 जुलाई 2025 (शनिवार) — राजस्थान के सिरोही जिले में कार्यरत परिवहन निरीक्षक सुजानाराम चौधरी एक बार फिर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के घेरे में हैं। राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आज सुबह माउंट आबू, जोधपुर, भीनमाल और सिरोही के सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।

गोपनीय शिकायत से खुली भ्रष्टाचार की परतें
ACB महानिदेशक श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि ब्यूरो को एक गोपनीय शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें आरोप था कि परिवहन निरीक्षक सुजानाराम चौधरी ने वाहन पंजीकरण, लाइसेंस जारी करने, गुजरात बॉर्डर पर अवैध वसूली और वाहन निरीक्षण जैसी सेवाओं के बदले नियमित रूप से रिश्वत लेकर, अपनी और अपने परिजनों के नाम पर अपार चल-अचल संपत्तियां अर्जित की हैं। इन संपत्तियों का मूल्य करोड़ों रुपये बताया गया।

प्रारंभिक जांच में पुष्टि के बाद बड़ी कार्रवाई
ब्यूरो की इंटेलिजेंस शाखा ने जब इस शिकायत की गोपनीय तरीके से जांच की, तो चौधरी द्वारा माउंट आबू, जोधपुर, सिरोही और भीनमाल में रिहायशी व व्यावसायिक भूखंड, मकान और कोठियों की जानकारी सामने आई। इसके बाद तथ्यों का दस्तावेजी संकलन हुआ और जांच में यह सामने आया कि आरोपी ने लगभग ₹2.5 करोड़ (201%) की संपत्ति अपनी वैध आय से कहीं अधिक अर्जित की है।

इसके आधार पर ACB ने आय से अधिक संपत्ति के तहत मामला दर्ज कर, जयपुर ACB के उप महानिरीक्षक श्री अनिल कयाल के सुपरवीजन में, पाली-द्वितीय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री खींव सिंह के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक टीमों के साथ आज सुबह एक साथ छापे मारे।

क्या-क्या मिला ACB की अब तक की छापेमारी में?
1. भीनमाल में आलीशान कोठी:

8000 वर्ग फीट में निर्मित शानदार कोठी।
महंगे इंटीरियर के साथ 21 ब्रांडेड एसी, हाई-एंड फ्रिज, टीवी और लग्जरी फर्नीचर।
संपत्ति का मूल्य कई करोड़ रुपये, तकनीकी विशेषज्ञ द्वारा मूल्यांकन जारी।
2. जोधपुर में पॉश लोकेशन पर मकान और दुकान:

आशापूर्णा सिटी, पाल गांव जैसी प्रीमियम कॉलोनी में एक और आलीशान कोठी।
महंगे इंटीरियर, आर्किटेक्चर और सुविधा युक्त।
एक अतिरिक्त मकान और दुकान की पुष्टि।
3. माउंट आबू में हालिया निवेश:

करोड़ों रुपये की नई कोठी की खरीद।
छापे के दौरान कोठी में अवैध निर्माण कार्य जारी पाया गया, जिसे नगर पालिका ने जब्त कर लिया।
4. भीनमाल, जालोर, माउंट आबू में भूखंड:

आरोपी और उनके परिजनों के नाम पर कई महंगे भूखंडों की पुष्टि।
इन सभी की कीमत करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है।


कितना बड़ा है भ्रष्टाचार का खेल?
प्राथमिक दस्तावेजों और तलाशी में मिले साक्ष्यों के अनुसार, सुजानाराम चौधरी ने अपने अल्प सेवाकाल में ही रिश्वत और अवैध वसूली के माध्यम से भारी भरकम संपत्तियां अर्जित कर लीं। उनकी संपत्तियों की मात्रा और कीमत उनकी वैध आय से अनुपातिक रूप से कई गुना अधिक पाई गई है।

ACB की टीम को यह भी जानकारी मिली है कि आरोपी और उनके परिजन कई अन्य संपत्तियों में निवेश कर चुके हैं। इन सभी निवेशों की विस्तृत जांच की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी के बाद जो दस्तावेज और साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, वे मनी लॉन्ड्रिंग, फर्जी नामों से संपत्ति खरीद, और पद के दुरुपयोग जैसे गंभीर मामलों की ओर इशारा करते हैं।

आगे की कार्रवाई क्या होगी?
ACB की टीमों द्वारा तलाशी अभियान अभी भी जारी है। जांच पूरी होने के बाद सुजानाराम चौधरी पर अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। साथ ही, उनके द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

राजस्थान में यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की सबसे बड़ी हालिया कार्रवाइयों में से एक मानी जा रही है। यह संदेश देती है कि अब भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ा शिकंजा कसा जाएगा।

सुजानाराम चौधरी का मामला बताता है कि कैसे एक सरकारी कर्मचारी सीमित पद पर रहते हुए भी पूरे सिस्टम को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा सकता है। लेकिन यह कार्रवाई यह भी दर्शाती है कि जब संस्थाएं ईमानदारी से काम करें, तो कोई भी कितना भी ताकतवर क्यों न हो, कानून से बच नहीं सकता।