बीकानेर, 9 जून 2025।
लक्ष्मी निवास पैलेस, बीकानेर में आज यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (यू.जी.पी.एफ.) के तत्वावधान में "सेवा परमो धर्मः" विषय पर एक प्रेरणादायक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में सामाजिक सेवा, शिक्षा, युवा सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा की गई।
मुख्य अतिथि मेघराज सिंह रॉयल (चेयरमैन, यू.जी.पी.एफ.) ने युवाओं के सपनों को साकार करने में आर्थिक बाधाओं को दूर करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, "अब आर्थिक चुनौतियाँ प्रतिभाशाली युवाओं के मार्ग में रुकावट नहीं बनेंगी। फाउंडेशन ऐसे होनहार छात्रों की शिक्षा से लेकर करियर तक की संपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहा है।"
उन्होंने बताया कि यू.जी.पी.एफ. 11 प्रमुख उद्देश्यों के साथ कार्यरत है, जिनमें विश्व शांति, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, एवं युवा सशक्तिकरण शामिल हैं। विशेष रूप से जरूरतमंद और प्रतिभाशाली युवाओं को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कराने और रोजगार दिलाने तक का समस्त खर्च फाउंडेशन वहन करता है।
निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने फाउंडेशन की गतिविधियों का ब्यौरा देते हुए बताया कि पिछले 9 महीनों में 4 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, खेल, कन्या विवाह एवं गौसेवा में प्रदान की गई है। उन्होंने कहा, "हम मानव सेवा को धर्म मानते हुए कार्य कर रहे हैं। सामूहिक प्रयासों से फाउंडेशन की पहुंच दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।"
उन्होंने यह भी घोषणा की कि 12वीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग और हॉस्टल की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए विद्यार्थी यू.जी.पी.एफ. के कार्यालय अथवा वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
श्री बांदीकुई ने यह भी बताया कि फाउंडेशन नीति-निर्माताओं के साथ मिलकर ऐसे कार्यक्रमों पर कार्य कर रहा है, जो देश के युवाओं को रोजगार की गारंटी देने में मील का पत्थर साबित होंगे।
विशिष्ट अतिथियों में बीकानेर के समाजसेवी सीताराम कच्छावा, नारी शक्ति संगठन की अध्यक्ष श्रीमती मधु खत्री, लोकप्रिय एंकर ज्योति रंगा, तीरंदाजी कोच अनिल जोशी, और विप्र फाउंडेशन के धनसुख सारस्वत ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में फाउंडेशन की परिचयात्मक फिल्म तथा पर्यावरण पर आधारित अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त डॉक्यूमेंट्री "धुन" का प्रदर्शन किया गया, जिसे उपस्थित जनसमूह ने सराहा।
इस आयोजन में बीकानेर के प्रमुख शिक्षाविद, समाजसेवी, युवा प्रतिनिधि एवं उद्यमियों सहित बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में एम.आर.एस. ग्रुप के निदेशक पीटर डीसा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
यह गोष्ठी न केवल विचारों का आदान-प्रदान रही, बल्कि उन युवा प्रतिभाओं के लिए आशा की नई किरण बनी, जो संसाधनों के अभाव में अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग नहीं कर पा रहे थे।