तापघात: आमजन को लू एवं तापघात से बचाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं करें - मुख्य सचिव

आमजन को लू एवं तापघात से बचाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं करें - मुख्य सचिव
समीक्षा बैठक
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Highlights

तापघात से आमजन एवं पशु-पक्षियों को राहत प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं

हीट स्ट्रोक के उपचार हेतु आवश्यक उपकरणो एवं दवाईयों, intravenous fluids, ice packs इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करें |

जयपुर। राज्य में लू एवं तापघात से आमजन एवं पशु-पक्षियों को राहत प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं करें। शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) के मुख्य सचिव आनन्द कुमार ने समस्त जिला कलक्टर (District Collector) को सुचारू व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये हैं।

मुख्य सचिव ने सभी जिला कलक्टर (District Collector) को पत्र लिखकर निर्देशित किया कि वें जिलों में विभिन्न विभागों की जिला एवं ब्लॉक स्तर (District and Block level) तक सामंजस्य स्थापित कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें।

मुख्य सचिव ने कहा कि विभाग द्वारा आईईसी सामग्री (IEC Material), हीट वेव एडवायजरी (heat wave advisory), क्या करें एवं क्या ना करें (Do's & Don'ts) समय-समय पर जारी की गई हैं। उन्होंने हीट वेव (Heat wave) से बचाव एवं आवश्यक व्यवस्था हेतु दिशा निर्देश जारी कर इनकी पालना एवं निगरानी (monitoring) हेतु निर्देशित किया।

उन्होंने ​बताया कि सभी जिलों में चिकित्सा विभाग से समन्वय करते हुए हीट वेव (Heat wave) के लू लगने (heat stroke) के उपचार हेतु आवश्यक उपकरणो एवं दवाईयों, अंतःशिरा तरल पदार्थ, आइस पैक (intravenous fluids, ice packs) इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

हीट वेव से आमजन के बचाव हेतु विभिन्न चिकित्सा संस्थानों यथा- पीएचसी (PHC), सीएचसी (CHC), जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध अस्पतालों में चिन्हित डेडीकेटेड चाडों एवं एम्बुलेसों में में आवश्यक दवाईयों, उपकरणों, चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि हीट वेव की पूर्व चेतावनी प्रसार (early warning dissemination) को पीएचसी (PHC), सीएचसी (CHC), जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध अरपतालों तक पहुँचाना। किसी स्थान पर विशाल सम्मेलन (mass gathering) होने पर संबंधित नजदीकी हेल्थ सेन्टर को अलर्ट रखें। समस्त धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर पीने का पानी, छाया इत्यादि की व्यवस्था करें।

मुख्य सचिव ने बताया कि नरेगा श्रमिको हेतु दिन के पीक (PK) हीट वेव में काम के समय में परिवर्तन की समुचित पालना करवाकर एवं अन्य श्रमिको तथा मजदूरों के कार्य समय के संबंध में सलाह जारी की जाये।

निर्माण/उद्योग/वाणिज्यिक संस्थाएँ (Contruction/industries/commercial entities) के साथ हीट वेव (Heat Wave) जनित बीमारियों के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाए। सभी उद्योग स्थलों पर छाया-पानी की व्यवस्था करें।

स्कूलों के समय में हीट वेव (Heat Wave) को देखते हुए आवश्यक परिवर्तन की समुचित पालना करवाए एवं आउटडोर (Outdoor) गतिविधियों नहीं करें। पशुधन हेतु चारे, पानी एवं आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

विद्युत वितरण कम्पनीयों द्वारा महत्वपूर्ण सुविधाएं (critical facilities) जैसे हॉस्पिटल इत्यादि में प्राथमिकता के आधार पर पावर सप्लाई करना सुनिश्चित करें। आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें ताकि हीट वेव (Heat Wave) के प्रकोप संबंधी बीमारियों एवं होने वाली जन हानि से बचा जा सके।

उल्लेखनीय है कि मुख्य सचिव द्वारा भी हीट वेव (Heat Wave) की समीक्षा बैठक आयोजित कर हीट वेव (Heat Wave) के संबंध में राज्य के विभिन्न जिलों में आवश्यक तैयारियों की समीक्षा कर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे।

इस संबंध में मुख्य सचिव ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, स्थानीय निकाय विभाग, नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत समिति, ग्राम पंचायतो एवं जनसहयोग/भामाशाहों को प्रेरित करते हुए सार्वजनिक एवं पर्यटन स्थलों एवं मुख्य ट्रैफिक सिग्नलों, बस स्टेण्ड इत्यादि पर पीने का पानी, ओ.आर.एस (ORS) पैकेट, छाया की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिये।

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