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डॉ. अंजु गुप्ता ने मानव अधिकारों और कर्तव्यों पर एक प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं और किशोरियों को अपने स्वास्थ्य, विशेषकर माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक रहना चाहिए। उनका संबोधन किशोरियों को आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने वाला था
जयपुर | वैशालीनगर स्थित केवीजीआईटी (KVGIT) परिसर में एक प्रेरणादायक और समाज-हितैषी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में प्रजना फाउंडेशन और केवीजीआईटी के प्राचार्य डॉ. अंजु गुप्ता ने किशोरी क्लब का गठन कर महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस दौरान प्रजना फाउण्डेशन की फाउण्डर प्रीति शर्मा भी मौजूद रहीं।
एमओयू पर हस्ताक्षर और किशोरी क्लब का गठन
इस अवसर पर, डॉ. अंजु गुप्ता और प्रीति शर्मा ने प्रजना फाउंडेशन और केवीजीआईटी के साथ मिलकर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत किशोरी क्लब का गठन किया गया, जिसमें कुल 10 सदस्य शामिल किए गए। यह क्लब किशोरियों को सशक्त बनाने और माहवारी स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों को तोड़ने के लिए कार्य करेगा।
निदेशक का प्रेरणादायक संबोधन
डॉ. अंजु गुप्ता ने मानव अधिकारों और कर्तव्यों पर एक प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं और किशोरियों को अपने स्वास्थ्य, विशेषकर माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक रहना चाहिए। उनका संबोधन किशोरियों को आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने वाला था। उन्होंने कहा, "माहवारी स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत स्वच्छता का विषय नहीं है, यह एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।" इस दौरान प्रीति शर्मा ने इस विषय पर साथ जुड़ने के लिए केजीवीआईटी टीम का आभार जताया।
स्वास्थ्य और स्वच्छता का महत्व
कार्यक्रम के दौरान किशोरियों को माहवारी से जुड़े सही तथ्यों और स्वच्छता के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। यह सत्र न केवल मिथकों को तोड़ने पर केंद्रित था, बल्कि किशोरियों को स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने में सक्षम बनाने पर भी जोर दिया गया।
किट और उपहार वितरण
इस विशेष आयोजन में किशोरी क्लब की सदस्याओं को विशेष उपहार भेंट किए गए। इनमें एक डायरी, पेन, मग, और स्वच्छता से संबंधित पुस्तिकाएं शामिल थीं। ये वस्तुएं उनके व्यक्तिगत विकास और जागरूकता बढ़ाने में सहायक होंगी। इसके साथ ही, केवीजीआईटी के स्टाफ को भी स्वास्थ्य और स्वच्छता किट वितरित किए गए, जिससे पूरे संस्थान में स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा सके।
आयोजन का उद्देश्य और प्रभाव
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना था। डॉ. अंजु गुप्ता ने यह सुनिश्चित किया कि इस आयोजन के माध्यम से किशोरियों को आत्मनिर्भर बनने और उनके अधिकारों के प्रति सजग रहने का संदेश मिले।
समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद
किशोरी क्लब का गठन और इस तरह के जागरूकता अभियान यह दिखाते हैं कि किस तरह संस्थान और सामाजिक संगठन मिलकर महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए काम कर सकते हैं। इस पहल के माध्यम से माहवारी से जुड़े मिथकों और सामाजिक कलंक को समाप्त करने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया गया है।
इस आयोजन ने न केवल केवीजीआईटी परिसर को गौरवान्वित किया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता किसी भी सामाजिक बदलाव की नींव होती है।