Highlights
- बाइलैटरल सीरीज बंद: 2012-13 के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कोई बाइलैटरल सीरीज नहीं खेली है।
- पाकिस्तान में नहीं खेला: आखिरी बार 2008 में भारतीय टीम पाकिस्तान गई थी। इसके बाद से सरकार ने मना कर दिया।
- न्यूट्रल वेन्यू की मांग: यदि पाकिस्तान मेजबान हो, तब भी भारत न्यूट्रल वेन्यू मांगता है, जैसे 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैच दुबई में कराए गए।
- IPL में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध: 2008 के बाद से कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी IPL में नहीं खेला है।
हेडलाइन: एशिया कप से भारत के हटने की अटकलें, पाकिस्तान क्रिकेट को करोड़ों का नुकसान! BCCI की 'क्रिकेट स्ट्राइक' से PCB की कमर टूटने की तैयारी?
जयपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर भले ही सीजफायर लागू हो, लेकिन क्रिकेट के मैदान में अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से एक नई 'स्ट्राइक' शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम इंडिया तीन महीने बाद होने वाले एशिया कप में हिस्सा नहीं लेगी और न ही इसकी मेजबानी करेगी। हालांकि, इस फैसले की अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर भारत ऐसा कदम उठाता है, तो इसका सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को लगेगा और इससे पाकिस्तान क्रिकेट को पूरी तरह अलग-थलग करने की रणनीति के संकेत मिल रहे हैं।
BCCI ने क्यों लिया ऐसा फैसला?
सूत्रों के मुताबिक, पुंछ में हुए आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में जबरदस्त तनाव बढ़ गया है। इसी के चलते BCCI ने फिलहाल एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के सभी टूर्नामेंट्स से दूरी बनाने का मन बना लिया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ACC के मौजूदा अध्यक्ष पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी हैं, जो PCB के चेयरमैन भी हैं। ऐसे में BCCI का मानना है कि भारतीय टीम उस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकती, जिसे एक पाकिस्तानी मंत्री संचालित कर रहा हो। इसके अलावा, भारत नहीं चाहता कि पाकिस्तान को कोई मंच दिया जाए। सितंबर में होने वाले एशिया कप का मेजबान भले ही भारत है, लेकिन पाकिस्तान की टीम भारत आने से हिचक रही है और न्यूट्रल वेन्यू की मांग कर सकती है – ठीक वैसे ही जैसे चैंपियंस ट्रॉफी में भारत पाकिस्तान नहीं गया और मैच दुबई में खेले गए थे।
हालांकि, BCCI के सेक्रेटरी देवजीत सैकिया ने ANI से बातचीत में कहा है कि भारत के एशिया कप से हटने की खबरें अभी गलत हैं। उन्होंने कहा, "इस वक्त हमारा मुख्य फोकस IPL और इंग्लैंड सीरीज पर है – पुरुषों और महिलाओं दोनों में।"
अगर टीम इंडिया एशिया कप नहीं खेलेगी, तो किसे-कितना नुकसान?
एशिया कप में फिलहाल 5 फुल मेंबर्स हैं – भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका। ब्रॉडकास्टिंग से मिलने वाला पैसा इन सभी को 15-15% बांटा जाता है, जबकि बाकी रकम एसोसिएट्स और कंपनियों को जाती है।
अगर भारत टूर्नामेंट में नहीं खेलेगा, तो पूरा एशिया कप रद्द हो सकता है। ब्रॉडकास्टिंग राइट्स इस समय सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के पास हैं – जिसकी कीमत 170 मिलियन डॉलर यानी करीब 1,400 करोड़ रुपये है। इस डील पर भी दोबारा काम करना पड़ सकता है।
इसका सबसे बड़ा नुकसान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी PCB को होगा। PCB पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है। जब पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की थी, तो भारत नहीं गया – और PCB को करीब 700 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का घाटा उठाना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, PCB को एशिया कप और ICC टूर्नामेंट्स से हर साइकल में 165 से 220 करोड़ रुपये की कमाई होती है। अगर भारत पीछे हटता है, तो इस कमाई का बड़ा हिस्सा PCB को गंवाना पड़ेगा।
BCCI के 'हथियार': पाकिस्तान क्रिकेट को ठप करने की रणनीति
भारत क्रिकेट का सुपरपावर है और इसकी सबसे बड़ी ताकत पैसा और व्यूअरशिप है। BCCI के पास 4 बड़े 'हथियार' हैं, जिनसे पाकिस्तान क्रिकेट को बड़ा झटका दिया जा सकता है:
- ICC टूर्नामेंट में भारत-पाक लीग मैच बंद कराना: भारत कह सकता है कि लीग स्टेज में पाकिस्तान के खिलाफ मैच न रखा जाए। इससे पाकिस्तान को राजस्व और व्यूअरशिप दोनों में नुकसान होगा।
- भारत में PSL और पाकिस्तान के मैचों का टेलीकास्ट बंद कराना: BCCI भारत के सभी चैनलों और वेबसाइट्स को PSL और पाकिस्तानी मैचों का प्रसारण बंद करने को कह सकता है। इससे पाक क्रिकेट का एक्सपोजर बुरी तरह प्रभावित होगा।
- PSL से जुड़े प्रोफेशनल्स पर भारतीय क्रिकेट में प्रतिबंध: जो कमेंटेटर, कोच, टेक्नीशियन PSL में काम कर रहे हैं, उन्हें IPL और भारतीय क्रिकेट से बाहर किया जा सकता है। इससे PSL की ऑपरेशनल क्षमता घट जाएगी।
- ICC रेवेन्यू शेयरिंग में पाकिस्तान का हिस्सा खत्म करना: ICC के रेवेन्यू मॉडल के मुताबिक, भारत को 230 मिलियन डॉलर और पाकिस्तान को सिर्फ 34 मिलियन डॉलर मिलते हैं। BCCI अगर चाहे तो कह सकता है – टीम इंडिया से होने वाली कमाई में से PCB को एक पैसा भी न दिया जाए।
पाकिस्तान क्रिकेट को कितना बड़ा झटका लगेगा?
2021 में PCB के चेयरमैन रमीज राजा ने खुद स्वीकार किया था: "ICC में 90% रेवेन्यू भारत से आता है। अगर भारत फंडिंग बंद कर दे, तो PCB खत्म हो सकता है।" यह बयान खुद पाकिस्तान की ओर से इस बात का प्रमाण है कि BCCI के किसी भी कदम से पाकिस्तान क्रिकेट को गहरा नुकसान हो सकता है – फिर वह चाहे व्यूअरशिप हो, स्पॉन्सरशिप हो या अंतरराष्ट्रीय प्रोफेशनल्स की एंट्री।
अब तक BCCI के बड़े कदम
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले भी कई बड़े कदम उठाए हैं:
- बाइलैटरल सीरीज बंद: 2012-13 के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कोई बाइलैटरल सीरीज नहीं खेली है।
- पाकिस्तान में नहीं खेला: आखिरी बार 2008 में भारतीय टीम पाकिस्तान गई थी। इसके बाद से सरकार ने मना कर दिया।
- न्यूट्रल वेन्यू की मांग: यदि पाकिस्तान मेजबान हो, तब भी भारत न्यूट्रल वेन्यू मांगता है, जैसे 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैच दुबई में कराए गए।
- IPL में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध: 2008 के बाद से कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी IPL में नहीं खेला है।
भारत ने सीमा पर शांति बनाए रखी है, लेकिन क्रिकेट के मैदान में पाकिस्तान के खिलाफ रणनीतिक हमला शुरू कर दिया है। BCCI के ये संभावित फैसले पाकिस्तान क्रिकेट को न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कमजोर कर सकते हैं। यह देखना बाकी है कि क्या यह BCCI की रणनीतिक स्ट्राइक है या खेल के नाम पर दबाव की राजनीति। फैसला अब वक्त करेगा।