Highlights
- सरूपगंज स्थित कोटियार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में नकली बायोडीजल उत्पादन का भंडाफोड़।
- टैक्स चोरी और बिना अनुमति उत्पादन की पुष्टि।
- कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा ने स्वयं की कार्रवाई, पहले भी कर चुके हैं कई फैक्ट्रियों पर छापे।
- किसान हितों और उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर सरकार का सख्त रुख।
सरूपगंज, राजस्थान: राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को सरूपगंज में स्थित एक बायोडीजल कंपनी कोटियार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड पर औचक छापेमारी कर बड़ी अनियमितताओं का भंडाफोड़ किया। मंत्री मीणा ने मौके पर पहुंचकर खुद कार्रवाई की निगरानी की और नकली बायोडीजल का बड़ा जखीरा पकड़ा।
सूत्रों के अनुसार, फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गतिविधियां भी चल रही थीं। बिना वैध अनुमति और गुणवत्ता मानकों के विपरीत बायोडीजल तैयार किया जा रहा था, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि उपभोक्ताओं की जान जोखिम में डाली जा रही है।
किरोड़ी मीणा इससे पहले भी कई बीज और खाद फैक्ट्रियों पर छापे मार चुके हैं और कृषि क्षेत्र में अनियमितताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं। उनका कहना है कि किसान हित सर्वोपरि है और किसी भी तरह की मिलावट या धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा ने मंगलवार को सरूपगंज की कोटियार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड नामक बायोडीजल फैक्ट्री पर अचानक छापा मारा। इस कार्रवाई में नकली बायोडीजल का बड़ा जखीरा और टैक्स चोरी से जुड़ी गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं।
मंत्री ने मौके पर फैक्ट्री परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज जब्त करने और विस्तृत जांच के निर्देश दिए। फैक्ट्री बिना उचित लाइसेंस और गुणवत्ता प्रमाणन के बायोडीजल का निर्माण कर रही थी, जिसे बाजार में डीजल बताकर बेचा जा रहा था।
मंत्री मीणा ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि फैक्ट्री से जुड़ा एक व्यक्ति अकेले 307 करोड़ रुपये का घोटाला कर चुका है, और ऐसे करीब 12 लोग इस पूरे नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक फैक्ट्री का मामला नहीं, बल्कि पूरे राज्य में चल रहे बड़े रैकेट की एक कड़ी हो सकती है।
छापे में यह भी सामने आया कि फैक्ट्री में पर्यावरणीय मानकों की भी पूरी तरह से अनदेखी की जा रही थी। बिना टैक्स की जानकारी दिए बिक्री की जा रही थी, जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा था।
मंत्री किरोड़ी मीणा का बयान:
"राज्य में किसानों और आम नागरिकों के साथ किसी भी प्रकार का धोखा सहन नहीं किया जाएगा। घटिया बायोडीजल के कारण किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता था। हम लगातार ऐसी फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करते रहेंगे।"
आगे की कार्रवाई:
वर्तमान में उद्योग विभाग, वाणिज्यिक कर विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को संयुक्त रूप से जांच के आदेश दिए गए हैं। आने वाले दिनों में इसी तरह की अन्य संदिग्ध फैक्ट्रियों पर भी छापेमारी की जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- सरूपगंज स्थित कोटियार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में नकली बायोडीजल उत्पादन का भंडाफोड़।
- टैक्स चोरी और बिना अनुमति उत्पादन की पुष्टि।
- कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा ने स्वयं की कार्रवाई, पहले भी कर चुके हैं कई फैक्ट्रियों पर छापे।
- किसान हितों और उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर सरकार का सख्त रुख।
- इस कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि मामले की गहन जांच कर कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।