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मांडाणी में हनुमान बेनीवाल के खिलाफ फूटा जनआक्रोश, वीरांगनाओं के अपमान पर किया पुतला दहन
सिरोही, राजस्थान | राजस्थान के गौरवशाली इतिहास और वीरांगनाओं को लेकर दिए गए हनुमान बेनीवाल के विवादित बयान के विरोध में गुरुवार को सिरोही जिले के मांडाणी गांव में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों ग्रामीणों ने एकजुट होकर नारेबाज़ी की और हनुमान बेनीवाल का पुतला फूंका।
प्रदर्शन के दौरान "हनुमान बेनीवाल मुर्दाबाद", "राजस्थान का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान", जैसे गगनभेदी नारे लगाए गए। ग्रामीणों का कहना है कि बेनीवाल का बयान नारी सम्मान और राजस्थान की संस्कृति पर सीधा प्रहार है।
“ऐसे नेताओं को नहीं मिलनी चाहिए राजनीतिक जगह” – ग्रामीणों की तीखी प्रतिक्रिया
विरोध प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने वाले नेताओं को किसी भी सूरत में राजनीतिक मंच पर जगह नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि हनुमान बेनीवाल को सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए और ऐसे बयानों से परहेज करना चाहिए जो प्रदेश की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।
प्रदर्शन में भाग ले रहे देवराज सिंह मांडानी ने कहा,
"यह विरोध केवल मांडाणी तक सीमित नहीं रहेगा। गांव-गांव, गली-गली जाकर आमजन को इस अपमान के खिलाफ जागरूक किया जाएगा और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध की लहर खड़ी की जाएगी।"
सामाजिक संगठनों और वरिष्ठ नेताओं का मिला समर्थन
इस प्रदर्शन को स्थानीय सामाजिक संगठनों और वरिष्ठ नागरिकों का भी समर्थन मिला। वरिष्ठ भाजपा नेता दलीप सिंह मांडानी ने कहा,
"राजस्थान का इतिहास केवल गौरवशाली ही नहीं, बल्कि मातृशक्ति के अदम्य साहस का प्रतीक है। उसे अपमानित करने वाले किसी भी स्तर पर बख्शे नहीं जाएंगे।"
स्थानीय स्तर पर बढ़ती नाराज़गी
राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में भी इस बयान के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। मांडाणी में हुए इस प्रदर्शन को एक संकेत माना जा रहा है कि यदि समय रहते सफाई या माफी नहीं दी गई, तो यह जनाक्रोश प्रदेशभर में फैल सकता है।