सिरोही, राजस्थान।
शहर की प्रतिष्ठित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (नवीन भवन स्कूल) एक गंभीर विवाद के केंद्र में है। यहां के भौतिक विज्ञान शिक्षक आर. के. जैन पर आरोप है कि उन्होंने निजी ट्यूशन नहीं लेने वाले छात्रों को जानबूझकर फेल कर दिया। इसको लेकर छात्रों और उनके परिजनों में भारी आक्रोश है। मामला इतना गंभीर हो गया कि एक छात्रा की मां ने स्कूल प्रबंधन और प्रशासन को चेतावनी देते हुए आत्महत्या की धमकी तक दे डाली।
क्या है पूरा मामला?
छात्रों और परिजनों का आरोप है कि शिक्षक आर. के. जैन कक्षा में ठीक से पढ़ाई नहीं करवाते और छात्रों पर अपने निजी ट्यूशन क्लासेस जॉइन करने का दबाव बनाते हैं। जो छात्र ट्यूशन नहीं लेते, उन्हें परीक्षा में कम अंक देकर फेल कर दिया जाता है। परिजनों ने बताया कि पिछले सत्र में 11वीं कक्षा के करीब 50% छात्रों को जानबूझकर फेल कर दिया गया।
जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
छात्रों और उनके अभिभावकों ने इस पूरे मामले की शिकायत करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। यह शिकायत शिक्षा विभाग होते हुए स्कूल के प्रधानाचार्य तक पहुंची है। शिक्षा विभाग ने जांच शुरू करने की बात कही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
शपथ पत्र का भी कोई असर नहीं
बताया जा रहा है कि स्कूल प्रशासन छात्रों से ट्यूशन नहीं लेने संबंधी शपथ पत्र भरवाता है, लेकिन यह व्यवस्था भी प्रभावहीन साबित हो रही है। छात्रों का कहना है कि शपथ पत्र भरवाने के बाद भी शिक्षक ट्यूशन के लिए मानसिक दबाव बनाते हैं।
"ट्यूशन के बहाने लूट सही नहीं है" — छात्रों का आरोप
छात्रों ने बताया कि जब वे कुछ समझ नहीं पाते और सवाल पूछते हैं, तो शिक्षक तिरस्कारपूर्ण भाषा में जवाब देते हैं। कहा जाता है कि "तुम्हारे पास समझने का लेवल नहीं है।" परिजनों ने पलटवार करते हुए कहा कि यदि बच्चों का स्तर कमजोर है तो यह शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह उन्हें बेहतर तरीके से समझाएं। पूरे सत्र में बच्चों का कमजोर रहना शिक्षक की नाकामी दर्शाता है।
जनता और अभिभावकों की मांग
आक्रोशित अभिभावकों ने शिक्षक आर. के. जैन को तत्काल प्रभाव से हटाने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस पूरे विवाद ने एक बार फिर शिक्षा प्रणाली में ट्यूशनखोरी और शिक्षक जवाबदेही जैसे अहम मुद्दों को उजागर कर दिया है।